लखनऊ। वाराणसी में शुक्रवार को एक वकील के चेंबर में युवती का धर्म परिवर्तित कराकर विवाह कराने का मामले सामने आया है। जिस वकील के चेंबर में विवाह कराया जा रहा था उसके खिलाफ अन्य वकीलों ने मोर्चा खोल दिया था। शनिवार को बनारस और सेंट्रल बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए अधिवक्ता शाहनवाज खान सहित अन्य को नोटिस जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। वहीं, प्रकरण की जांच के लिए अधिवक्ता सुरेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सात सदस्यीय टीम गठित की गई है।
अधिवक्ता के स्पष्टीकरण और टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर सेंट्रल और बनारस बार एसोसिएशन मामले में आगे की कार्रवाई करेगा। इस मसले पर हुई बनारस और सेंट्रल बार की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता बनारस बार के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने की। अधिवक्ता शाहनवाज खान पर उनके चेंबर में तीन मई की शाम बनारस की एक युवती का धर्मांतरण कराकर विवाह और धर्म विशेष पर अशोभनीय टिप्पणी कराए जाने का आरोप है।
अधिवक्ता उपेंद्र नरायन सिंह और अनुराग पांडेय के अलग-अलग प्रस्ताव पर बुलाई गई इस बैठक में अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कचहरी परिसर स्थित अधिवक्ता शाहनवाज खान के चेंबर में धर्म परिवर्तन कराकर विवाह कराए जाने की निंदा की। अधिवक्ता का चेंबर आवंटन और दोनों बार से उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग की।