NEW DELHI | INDIA | चुनाव 2018 एवं 2019 को ध्यान में रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी सहित राज्यों के मुख्यमंत्री भी दलित ऐजेंडे पर काम कर रहे हैं। इस मामले में सभी एकजुट हैं और दलितों को लुभाने के लिए हर बड़ा नेता अपने दौरे के दौरान दलित के यहां भोजन कर रहा है। इसके इतर मंत्री उमा भारती सहित कई सांसद एवं नेता इस तरह के भोजन कार्यक्रम से नाराज हैं। अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी भाजपा की इस हरकत की निंदा की है। उन्होंने जोड़ा कि दलितों के घर जाकर भोजन करने के बजाए दलितों को अपने घर बुलाकर भोजन कराएं। हालांकि इससे पहले मोहन भागवत ने भी दलित के यहां जाकर भोजन किया था और इसके फोटो वीडियो में भेजे गए थे। यह फोटो उसी अवसर का है। 25 अगस्त 2016, स्थान आगरा, दलित स्वयंसेवक राजन चौधरी के यहां मोहन भागवत का भोजन।
भागवत ने आगे कहा, अक्सर दीन और हाशिए पर पड़े दलित समुदाय के सामाजिक समावेश पर चर्चा के लिए हमें अपने सदनों में दलित समुदाय के सदस्यों का स्वागत करना होगा, जिस तरह वे हमारा स्वागत करते हैं। इसके अलावा बीजेपी की वरिष्ठ नेता और केंद्र मंत्री उमा भारती ने भी दलितों के घर खाना खाना और मीडिया के सामने फोटो खिंचवाने वाले लोगों को लताड़ लगाई हैं। उमा भारती ने कहा, वो कोई भगवान राम नहीं हैं, जो दलित के घर जाने से उस परिवार को पवित्रता मिल जाएगी। ऐसी गफलत पालना भी किसी मंत्री, सांसद, विधायक के लिए गलत है।
छोटे नेता तो दूर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक दलित के घर भोजन कर रहे हैं। अभी हाल ही में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी प्रतापगढ़ के एक दलित परिवार के घर पहुंचे थे। तब मीडिया में ये खबरें आई थी कि योगी ने जिस दलित के घर खाना खाया था। वहां उनके लिए रोटी उनकी ही मंत्री स्वाति सिंह ने ही बनाई थी।