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मप्र कैडर की ही 1999 बैच की आईएएस शाशि कर्णावत को भी मंडला जिले में 33 लाख के एक प्रिंटिंग घोटाले में दोषी पाया गया था। विशेष अदालत ने उन्हें पांच साल की सजा और 50 लाख रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई थी। सरकार ने उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। गौरतलब है कि चित्रकूट चुनाव के दौरान अपनी ओर से एक प्रत्याशी भी मैदान में उतारा था।
शशि कर्णावत ने पूर्व में एक खुलासा करते हुए कहा था कि भाजपा के वरिष्ठ नेता उनके घर आए थे। उनके माता पिता के सामने प्रस्ताव रखा था कि शशि कर्णावत को भाजपा में भेज दें। जब उनकी बात नहीं मानी वो नौकरी के पीछे पड़ गए। शशि कर्णावत सागर की रहने वाली हैं।