INDORE | MP | NEWS | उज्जैन जिले में दलितों की शादी के दौरान लगातार विवाद आने के बाद नए नए निर्देश जारी हो रहे हैं। शनिवार को एक आदेश प्रकाश में आया था कि दलितों को बारात निकालने से तीन दिन पहले इसकी सूचना थाने में देनी होगी। अब एसडीएम का नया फरमान सामने आया है। इसमें बताया गया है कि हर दलित की शादी में कलेक्टर का एक प्रतिनिधि निगरानी करेगा। यह प्रतिनिधि उस क्षेत्र का पटवारी होगा।
जिले के महिदपुर एसडीएम ने दो दिन पहले ही दलित वर्ग की शादी को लेकर फरमान जारी किया था कि अब पंचायत के सचिव और पुलिस को शादी की जानकारी देना जरुरी होगा, जिसके बाद विवाद बड़ा तो उज्जैन कलेक्टर ने आदेश वापस ले लिया। इसके बाद महिदपुर एसडीएम ने नया आदेश जारी करते हुए कहा कि तहसील के पटवारी अब दलितों की शादी और बारात की निगरानी करेंगे।
बता दें कि हाल ही में जिले में एक दलित की बारात के ऊपरी जाति के दौरान दूल्हे को घोड़े से उतार दिया था और बारातियों के साथ मार-पीट भी की थी। इस मामले के के बाद बवाल मच गया था। प्रशासन दलितों के बारात और शादी संबंधी विवादों से तंग आ गया है। आए दिन दलित शिकायत लेकर चले आते हैं। प्रशासन को इमरजेंसी में व्यवस्थाएं जुटानी पड़तीं हैं अत: तय किया गया है कि पटवारी खुद जाकर निगरानी करेगा। यदि विवाद की स्थिति बनी तो वही पुलिस को बुला लेगा।