
पुलिस तत्काल पीड़ित नाबालिग को लेकर थाने ले आई, जहां थाना परिसर में ही जंजीर काटकर उसे मुक्त किया गया। इस दौरान आरोपी तो भाग निकले, लेकिन जंजीर बनाने वाले कारीगर को पुलिस ने दबोच लिया। बरामद नाबालिग का नाम अंजनी कुमारी बताया जा रहा है जो टिपुरा निवासी लंबू खरवार की बेटी है। पूछताछ के दौरान जब अंजनी ने अपने ऊपर हुए जुल्म की कहानी बयां की तो पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए।
अंजनी के मुताबिक उसके पिता लंबू खरवार ने गांव के ही केपी खरवार से कुछ पैसे कर्ज के तौर पर लिए थे, जिसे वो समय पर चुका नहीं पाया। गरीबी में जी रहे लंबू के कर्ज नहीं चुका पाने के बाद वह गांव छोड़कर भाग गया। कुछ दिनों पहले अंजनी की मां भी कर्जदारों के बार-बार कर्ज मांगने से परेशान होकर बेटे और अंजनी को लेकर बिहटा भागने लगी, लेकिन सूदखोर केपी खरवार ने उसे पकड़ लिया और घर लाकर जंजीरों में बांध दिया। हालांकि अंजनी की मां व भाई बिहियां से भागने में कामयाब रहे।
अंजनी के मुताबिक 3 महीने पहले हुई इस घटना के बाद से ही वो बंधक थी, जहां दिनभर काम कराने के बाद रात में उसे लोहे की जंजीर में जकड़ दिया जाता था ताकि वो भाग न पाए। प्रताड़ना की हद थी कि जंजीर में जकड़ने वाले अंजनी को दिनभर में मात्र एक टाइम का ही खाना देते थे। साथ ही, अलग-अलग तरीकों से उसे प्रताड़ित किया जाता था।
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