भोपाल। मध्यप्रदेश में 1857 की क्रांति को लेकर बहस छिड़ गई है। सीएम शिवराज सिंह ने हाल ही में बयान दिया था कि रानी लक्ष्मीबाई को अपनो ने ही धोखा दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवराज सिंह जी इस तरह के बयान मेरी दादी के सामने क्यों नहीं देते थे। बता दें कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया भाजपा की संस्थापक सदस्य हैं। सिंधिया ने यह भी याद दिलाया कि उनकी बुआ वसुंधरा राजे राजस्थान की सीएम हैं जबकि यशोधरा राजे उनकी कैबिनेटमें मंत्री हैं। दोनों भाजपा की नेता हैं।
दरअसल, भाजपा योजनाबद्ध तरीके से कांग्रेस के दोनों नेताओं को घेर रही है। शिवराज सिंह मुख्य रूप से दिग्विजय सिंह शासनकाल की याद दिलाते हैं तो प्रभात झा को सिंधिया पर हमले करने का काम सौंपा गया है। यदि कभी झा कमजोर पड़ जाते हैं तो शिवराज सिंह बयान जारी कर देते हैं। कमलनाथ को लेकर अब तक किसी ने व्यक्तिगत हमला नहीं किया है। कहा जाता है कि शिवराज सिंह और कमलनाथ के बीच अच्छी दोस्ती है।
सिंधिया ने श्मशान की 622 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया: झा
शुक्रवार को एक बार फिर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला। उनहोंने कहा कि सिंधिया ने शिवपुरी में शमशानघाट की 622 बीघा जमीन पर कब्ज़ा कर अवैध रूप से दीवार खड़ी कर दी। इसके अलावा ग्वालियर में सिंधिया ट्रस्ट की जमीन के नाम पर जितने भी मैरिज गार्डन हैं वो सभी सरकारी जमीन पर हैं जिसके दस्तावेज मौजूद है।
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