
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने बताया कि निर्माण भवन मे पीडब्लूडी का मुख्यालय है। सुलेमान वहां परियोजना क्रियान्वयन ईकाई में गए और वहां के संचालक की अनुपस्थिति में फाइलों के दो बस्ते बनवाकर फाइलें ले गए। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया है कि ऐसी कौन सी फाइल है और और ऐसा क्या पहाड़ टूट पड़ा कि सुलेमान को खुद वल्लभ भवन से नीचे उतरकर फाईले लेने निर्माण भवन जाना पड़ा। बता दें कि फाइलों को एक आॅफिस से दूसरे आॅफिस में पहुंचाने के लिए सरकारी प्रक्रिया का पालन किया जाता है और इसके लिए कर्मचारी तैनात हैं।
अजय सिंह का कहना है कि कई विभागों से जुड़े इस घोटाले का सच दबाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। मुख्यमंत्री दिखावे के लिए व्यापमं की तरह जांच के निर्देश दे रहे हैं लेकिन असलियत यह है कि घोटालों से जुड़े सभी तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है जिस तरह व्यापमं मामले में की गई थी। अजय सिंह का कहना है कि कांग्रेस की सरकार बनते ही इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से कराई जाएगी।
CM के काफी नजदीकी हैं MOHAMMED SULEMAN IAS
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मोहम्मद सुलेमान को सीएम शिवराज सिंह के नजदीकी अधिकारियों में गिना जाता है। कहा जाता है कि मोहम्मद सुलेमान के कहने पर ही सीएम शिवराज सिंह ने उद्योग मंत्रालय से यशोधरा राजे सिंधिया को हटा दिया था। ई टेंडर घोटाले में कहा जा रहा है कि सीएम शिवराज सिंह के भरोसेमंद कहे जाने वाले 5 आईएएस अफसर इस मामले में शामिल हैं।
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