नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। राम मंदिर निर्माण में देरी पर सोमवार को साधु-संतों ने उनके सामने चिंता जाहिर की। जवाब में योगी ने कहा- साधु-संतों को कुछ दिन और धैर्य रखना होगा। भगवान राम की कृपा होगी तो भव्य मंदिर जरूर बनेगा। हमें संवैधानिक दायरे में रहकर काम करना है। राम अयोध्या के प्रतीक और साधु-संत उनके प्रतिनिधि हैं। मर्यादा में रहकर समाधान निकालना होगा। योगी करीब डेढ़ साल के कार्यकाल में सोमवार को छठी बार अयोध्या पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी अयोध्या में महंत नृत्य गोपालदास के जन्मदिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा, "आज जो लोग राम मंदिर की बात करते हैं, उन्होंने ही कार सेवकों पर गोलियां चलवाईं। अपनी सरकारों के वक्त उन्होंने अयोध्या को दरकिनार किया था। भाजपा सरकार ने पिछले एक साल में अयोध्या को उसका गौरव लौटाया। जो बातें संतों द्वारा कही जा रही हैं, वही होनी चाहिए। लेकिन हम लोकतंत्र में हैं, न्यायपालिका की भूमिका अहम है। जब अयोध्या का मामला फैसले की ओर जा रहा है, तब गैरजरूरी बयानों से माहौल खराब कर समाधान के रास्ते को रोकना नहीं चाहिए।
मंदिर निर्माण अगले साल शुरू होगा-वेदांती
योगी के अयोध्या पहुंचने से पहले राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा, ''2019 के पहले कभी भी राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सकता है। जिस तरीके से अचानक विवादित ढांचा ध्वस्त किया गया, उसी तरीके से रातों-रात मंदिर निर्माण भी शुरू हो सकता है। हम बिना कोर्ट के आदेश के भी मंदिर का निर्माण करा सकते हैं। अगर राम मंदिर नहीं बना तो भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।''