नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार का राज है। लोग भूले नहीं होंगे कि यूपी को गुंडामुक्त बनाने के लिए एनकाउंटर अभियान चलाया गया। सवाल यह है कि इस तरह के संवेदनहीन पुलिस अधिकारियों के लिए क्या कोई अभियान नहीं चलाया गया है। एक घायल को घसीटकर ले जाया गया। ना कोई ऐंबुलेंस बुलाई गई ना ही कोई दूसरा वाहन। यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है।
देश की राजधानी दिल्ली से महज 65 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में मोहम्मद क़ासिम और 60 साल के एक बुजुर्ग समीउद्दीन को भीड़ ने गाय चुरा कर काटने के नाम पर मारा। अस्पताल पहुंचने से पहले मोहम्मद कासिम की मौत हो गई जबकि समीउद्दीन गंभीर रूप से जख्मी था। पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस नहीं बुलाई और ना ही किसी दूसरे वाहन का इंतजाम किया बल्कि उसे घसीटकर ले जाया गया।
अब यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। सारा देश यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार और पुलिस की इस कर्रवाई पर अपने तरीके से प्रतिक्रियाएं दे रहा है। खबर आ रही है कि सोशल मीडिया पर गुस्सा फूटने के बाद यूपी के डीजीपी ने इस घटना के लिए माफी मांगी है लेकिन क्या माफी से काम चल जाएगा। जिस यूपी को गुंडामुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया गया वहां ऐसे संवेदनहीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ क्या कोई् कार्रवाई नहीं होगी।
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