पटना। मुजफ्फरपुर के बालिका गृह से पिछले दिनों मुक्त कराई गई 21 लड़कियों की मेडिकल रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि इनमें से 16 लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ था। पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कराई गई जांच की रिपोर्ट को मुजफ्फरपुर पुलिस को सौंप दी गई है।मुजफ्फरपुर के “सेवा संकल्प एवं विकास समिति” नाम के बालिका गृह में रह रही लड़कियों के साथ शारीरिक शोषण का पूरा मामले का खुलासा तब हुआ था जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ने इसी साल मई के महीने में इस बालिका गृह का सोशल ऑडिट किया था।
100 पन्नों के सोशल ऑडिट में यह पाया गया था कि यहां रह रही काफी लड़कियों के साथ रेप की घटनाएं हो चुकी है। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ने अपनी रिपोर्ट बिहार सरकार को सौंपी थी जिसके बाद सरकार ने इस बालिका गृह पर कार्रवाई की और यहां से 29 लड़कियों को मुक्त कराया।
मुजफ्फरपुर की SSP हरप्रीत कौर ने बताया कि इस पूरे मामले में 29 लड़कियों की मेडिकल जांच पटना में कराई गई थी जिसमें से 21 लड़कियों की रिपोर्ट आ गई है। इन 21 लड़कियों में से 16 लड़कियों के साथ रेप की घटना की पुष्टि होती है। 8 लड़कियों की मेडिकल रिपोर्ट आनी बाकी है।
सेवा संकल्प एवं विकास समिति नाम के इस बालिका गृह के संचालक बृजेश ठाकुर और विनीत कुमार नाम के दो व्यक्ति है। इस बालिका गृह पर कार्रवाई करते हुए बिहार सरकार ने FIR दर्ज किया और बृजेश ठाकुर और विनीत कुमार समेत बालिका गृह में काम कर रही है 7 महिलाओं को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस की जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि बृजेश और विनीत बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों का यौन शोषण किया करते थे। जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों को कई बार बाहर भेजा जाता था और कई बार बाहर के लोग यहां आया जाया करते थे जो इस बात की ओर इशारा करती है कि इन लड़कियों के साथ शारीरिक शोषण हुआ करता था। हरप्रीत कौर ने बताया कि पुलिस को अब तक जांच में मिले साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किए गए सभी लोगों खिलाफ चार्जशीट दायर करने की कार्रवाई की जा रही है।
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