भोपाल। पीने के पानी की जांच में लापरवाही और लाइसेंस एक्सपायर होने के बाद भी उत्पादन करने पर भारतीय मानक ब्यूरो ने प्रदेश के कई कारोबारियों को चिन्हित किया है। जिनके खिलाफ हुई शिकायतों की जांच पूरी हो चुकी है अब उन पर कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, मानक ब्यूरो ने शिकायतों के बाद प्रदेश के महानगर ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर के साथ अनूपपुर के वाटर प्यूरीफायर प्लांटों पर छापामार कार्रवाई की थी, जिसमें लाइसेंस एक्पायर होने के बाद भी उत्पादन होना पाया गया था। वहीं कुछ प्लाटों में पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए लैब की व्यवस्था नहीं थी और साफ-सफाई भी नहीं थी।
मानक ब्यूरो प्रमुख प्रीति भटनागर ने बताया कि जिन कारोबारियों के खिलाफ शिकायतें सही पाई गई हैं, उन सभी के खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। लाइसेंस अगर निरस्त हो गया है तो उसके नवीनीकरण की प्रक्रिया निर्धारित है। जिसके लिए तकरीबन छह महीने का समय लगता है। साथ ही भटनागर ने ग्राहकों से अपील की है कि गलत ISI मार्किंग पाए जाने पर तुरंत इसकी शिकायत करें।
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