भोपाल। राजधानी के पंचशील नगर में नाले में बाउंड्री/रेलिंग ना होने के कारण बह गए 6 साल के मासूम भाग्य बंसल उर्फ डुग्गू की सर्चिंग के नाम पर 36 घंटे तक ड्रामा चलता रहा। इस सब से तनाव में आए डुग्गू के पिता रोहित बंसल ने दवाई का हाईडोज लेकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उन्हे जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह मामला एक बार फिर भोपाल नगर निगम की की पोल खोल गया। यदि निगम की व्यवस्थाएं चाक चौबंद होतीं तो यह डुग्गू आज जिंदा होता।
डुग्गू के नहीं मिलने से परेशान पिता रोहित बंसल ने बुधवार देर शाम दवा का ओवरडोज ले लिया। उनके छोटे भाई नरेश ने बताया कि बच्चा नहीं मिलने से भैया तनाव में थे। बुधवार रात करीब आठ बजे उन्होंने दर्द की दवा की आठ गोलियां एक साथ खा लीं। तबीयत बिगड़ने पर हम उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने उन्हें उल्टियां करवाईं, कुछ इंजेक्शन लगाए और ड्रिप भी लगाई। जेपी अस्पताल के केजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि फिलहाल रोहित को 24 घंटे तक ऑब्जरवेशन में रखा गया है।
पुलिस ने कहा- खाया है जहरीला पदार्थ
रोहित ने कोई जहरीला पदार्थ खाया है, इसलिए उन्हें परिवार ने जेपी अस्पताल में भर्ती करवाया है। वे डॉक्टर्स के ऑब्जरवेशन में हैं, इसलिए बयान नहीं हो सके।
आलोक श्रीवास्तव, टीआई, टीटी नगर
यदि रेलिंग होती तो नाले में नहीं बहता बच्चा
नाले के किनारे पंचशील नगर बस्ती की बसाहट ही गलत है। बस्ती के किनारे नाला बहने और बारिश में उफान पर आने की जानकारी होने के बाद भी नगर निगम ने उस पर रेलिंग नहीं बनाई। यदि रेलिंग होती तो बारिश में नाले का पानी ओवरफ्लो होने पर कोई भी उसके किनारे तक नहीं पहुंचता। इन दोनों ही गलतियों की अनदेखी के कारण ही मंगलवार को नाले में छह साल का बच्चा बह गया।
एनके त्रिपाठी, रिटायर्ड, डीजी पुलिस
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com