भोपाल। प्रॉपर्टी की ई-रजिस्ट्री के लिए अब गवाहों की जरूरत नहीं पड़ेगी। आपके लिए गवाही आधार कार्ड देगा। पंजीयन कार्यालय जल्द ही यह व्यवस्था लागू करने जा रहा है। इसके लिए विभाग ने यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के साथ करार भी किया है, जो ई-रजिस्ट्री करवाने वाले लोगों के आधार नंबर की पहचान करेगा। पंजीयन विभाग के अफसरों ने इस पर काम शुरू कर दिया है। राजधानी में हर साल करीब 40 हजार रजिस्ट्री होती हैं। अभी रजिस्ट्री के समय व्यक्ति की पहचान बताने के लिए दो गवाहों की जरूरत होती है। शासन से मंजूरी मिलते ही नई व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।
यह होगी प्रक्रिया...
अधिकारियों के मुताबिक रजिस्ट्री के वक्त दो तरह से पहचान जांची जाएगी। संपत्ति खरीदने और बेचने वालों के आधार नंबर और फिंगर प्रिंट लिए जाएंगे। इसे एक गेटवे के जरिए सेंट्रल आइडेंटिटी डाटा सेंटर भेजा जाएगा, वहां से उंगली के निशान, आधार नंबर को व्यक्ति के फोटो और नाम के साथ मिलान कर तुरंत हां या नहीं में जवाब आएगा।
इस प्रक्रिया में तकरीबन 10-15 सेकंड का समय लगेगा। इसके साथ ही केवाईसी के जरिए भी पहचान जांची जाएगी। नई व्यवस्था लागू होने से प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री के समय गवाह पलट नहीं पाएगा।