भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। एक बच्चे को सड़क पार कराने वाले विदिशा से आए युवक और उसके 2 दोस्तों को भीड़ ने बच्चा चोर समझकर बेरहमी से पीट डाला। मामला शहरी क्षेत्र का था और उनके एक परिचित ने डायल 100 को फोन कर दिया इसलिए तीनों की जान बच गई। पुलिस तीनों को भीड़ से मुक्त कराकर थाने लाई लेकिन मामला दर्ज नहीं किया। पुलिस का कहना है कि पहले वो मारपीट के कारणों का पता लगाएंगे इसके बाद प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार विदिशा के रहने वाले धनसिंह (60), रामस्वरूप सिंह(33) और दशरथ अहिरवार (35) तीनों निजी काम करते हैं। बुधवार को वह अपने लोडिंग ऑटो लेकर भोपाल आए थे। उसका आगे का कांच टूटा हुआ था। जिससे बारिश का पानी अंदर आ रहा था। तीनों फूटा मकबरा पर अपनी ऑटो को सुधरवा रहे तभी तीनों ने देखा कि डीआईजी बंगला की तरफ से एक बच्चा सड़क पार करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन सड़क पार नहीं कर पा रहा था। तीन में से एक युवक ने बच्चे को सड़क पार करा दी। कुछ लोगों ने उनको ऐसा करते देखा।
इसके बाद तीनों जब अपने परिचित मैकेनिक के घर जा रहे थे तब वे गलती से किसी दूसरे घर में घुस गए। जिसके चलते लोगों ने उनको रोका, तभी किसी ने बच्चा चोर गिरोह की अफवाह फैला दी। इसके कारण भीड़ ने तीनों युवक को घेरकर मारपीट शुरू कर दी।
अपने ग्राहकों की पिटाई होती देख ऑटो मैकेनिक उन्हें बचाने के लिए भीड़ के बीच सबसे पहले पहुंचा। डॉयल 100 को सूचना दी गई। पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची और तीनों को भीड़ से मुक्त कराकर थाने ले आई। थाने में तीनों युवकों ने घटना की शिकायत की, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है। जबकि पुलिस ने भीड़ में शामिल दर्जनभर लोगों की पहचान कर ली है।
इनका कहना है
तीन लोगों के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की हैं, इसमें मारपीट के कारणों की जांच की जा रही है। अभी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
राजेश सिंह भदौरिया एएसपी
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