
सोमवार सुबह 10 बजे हार्डिया, कैरो और पाटीदार वार्ड के देवनगर इलाके में पहुंचे थे। पहले से वहां इंतजार कर रहे लोगों ने जनप्रतिनिधियों को एक-एक करके क्षेत्र की सफाई, पानी और ड्रेनेज संबंधी समस्या बताना शुरू किया। रहवासियों के साथ मौजूद बबलू ने बातों ही बातों में तैश में आकर कथित रूप से जेडओ को चांटा मार दिया। वह कह रहा था कि निगम अफसरों को कई महीने से शिकायत कर रहे हैं लेकिन वे ड्रेनेज लाइन की समस्या हल नहीं कर रहे।
घटना के बाद विधायक ने कार्यकर्ता को पीछे धकेला और फटकारा। अन्य लोगों ने कार्यकर्ता को संयम बरतने को कहा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस दौरान जेडओ ने घटना की रिपोर्ट थाने में करने की बात कही। हालांकि बाद में जनप्रतिनिधियों ने उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए मना लिया। इसके बाद सभी पौन घंटा तक क्षेत्र में घूमे और समस्याएं देखीं। पहले चर्चा चली कि बबलू के खिलाफ जेडओ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहे हैं। इसे लेकर उन पर निगम अफसरों-कर्मचारियों का काफी दबाव था। शाम तक इस मामले में मंथन होता रहा और फिलहाल जेडओ ने इस मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई।
इसी मामले को लेकर बहस हो गई। तीन साल से काम नहीं होने से नाराज बबलू नामक कार्यकर्ता ने जेडओ को चांटा मारने के लिए हाथ उठाया था, लेकिन मैंने उसे रोककर दूर धकेल दिया। मैं दोनों के बीच में था वरना मारपीट हो जाती। -महेंद्र हार्डिया, विधायक
जनसमस्या को लेकर तू-तू, मैं-मैं हुई थी
विधायक मेरे वार्ड के देवनगर आए थे। जागीरदारी, कुएं की सफाई और ड्रेनेज समेत जनसमस्याओं से परेशान लोग वहां इकट्ठा थे। एक व्यक्ति और जेडओ के बीच तू-तू, मैं-मैं हुई थी, लेकिन मारपीट नहीं हुई। लोग कह रहे थे कि जेडओ को इतने समय से शिकायत कर रहे हैं लेकिन वे कुछ नहीं कर रहे। इसी बात को लेकर लोग नाराज थे। विधायक और मैं नहीं रोकते तो स्थिति मारपीट तक पहुंच जाती। जिस क्षेत्र में काम होना हैं, वहां कोई ठेकेदार काम करने को तैयार नहीं है। - सूरज कैरो, एमआईसी सदस्य और क्षेत्रीय पार्षद