ग्वालियर। उपचुनाव के बाद से ही लगातार अटेर विधानसभा सुर्खियों में है। उपचुनाव में अरविंद भदौरिया का टिकट, सीएम शिवराज सिंह की सभाएं और शर्मनाक हार के बाद एक बार फिर भदौरिया अटेर से दावेदारी जता रहे हैं। उनके नजदीकी तैयारियों में जुटे हुए हैं लेकिन अटेर के भाजपा कार्यकर्ता नहीं चाहते कि इस बार अरविंद भदौरिया प्रत्याशी हों। वो कोई नया चेहरा चाहते हैं। अटेर में हुए भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में इसकी मांग उठी है।
बता दें कि अटेर विधानसभा के वोटरों का मिजाज कुछ अलग है। यहां वोटरों ने विधानसभा चुनाव में हर बार चेहरा बदला है। 25 सालों से किसी भी विधायक को लगातार दो बार विधानसभा नहीं भेजा गया। यही कारण है कि अरविंद भदौरिया आश्वस्त हैं कि इस बार वो हेमंत कटारे को पटखनी दे पाएंगे। वैसे भी सरकार बनाने के लिए भाजपा पूरी ताकत लगा देगी।
अटेर विस से सत्यदेव कटारे, मुन्ना सिंह भदौरिया दो-दो बार विधायक रहे हैं, लेकिन इन्हें भी हार का स्वाद चखना पड़ा। जबकि ये दोनों ही इस क्षेत्र के दिग्गज नेता माने जाते हैं। इस बार हेमंत कटारे विधायक हैं। परंपरा के अनुसार कटारे चुनाव हार जाएंगे लेकिन लोगों का कहना है कि पिछला चुनाव उपचुनाव था अत: यह एंगल काम नहीं करता। यदि भाजपा चेहरा बदल दे तो हेमंत को हराया जा सकता है।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com