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ज्यादातर दल भाजपा से सहमत नहीं
इतना ही नहीं यह भी लिखा है कि गोधरा हिंसा के समय तत्कालीन पीएम अटल बिहारी बाजपेयी ने गुजरात सरकार को राजधर्म निभाने की भी सीख दी। इसके बाद मानवाधिकार आयोग ने गुजरात सरकार की आलोचना भी की थी। किताब में लिखा है कि अधिकतर दल भाजपा की हिंदुत्व विचारधारा से सहमत नहीं हैं। भाजपा ने अयोध्या विवाद को चुनावी मुद्दा बनाया।
गुटबाज़ी कांग्रेस की कमज़ोरी नहीं ताकत
किताब में कांग्रेस का जिक्र भी किया गया है। जिसमें लिखा है कि देश में लंबे समय तक कांग्रेस के प्रभुत्व का दौर रहा है। गुटबाज़ी कांग्रेस की कमज़ोरी नहीं ताकत बनी। कांग्रेस आज़ादी के बाद हर चुनाव में आगे रही और राजनीति के एक कालखंड को कांग्रेस प्रणाली कहा जाता है।
जो लिखा है सब सही है: कांग्रेस
इसके बाद इस मुद्दे पर बवाल मच गया। इस मुद्दे पर कांग्रेस मीडिया सेल के प्रभारी मानक अग्रवाल ने कहा कि एनसीईआरटी में जो इतिहास पढ़ाया जा रहा है उसमें सारी बातें सही लिखी हैं लेकिन उनका कहना है कि BJP को हिंदुत्ववादी पार्टी बताने वाली लाइन को हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि समाज में वैमनस्य फैले लिहाज़ा वो अपील करेंगे कि इस तत्थ्य को कोर्स से हटा दिया जाए। हालांकि इस मामले पर अभी तक BJP से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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