INDORE: फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाली यशवंत क्लब की महिला सदस्य की मौत की जांच कर रही पुलिस को चौंकाने वाली जानकारियां हाथ लगी हैं। महिला बड़े बिल्डर, कारोबारी और कांग्रेस नेता के संपर्क में थी। सहेली ने उसे ड्रग्स और शराब का आदी बना दिया था। उसकी मजबूरी का फायदा उठाने के लिए लोग मानसिक दबाव बना रहे थे। होराइजन ओएसिस पार्क (निपानिया) निवासी खुशी कूलवाल (37) ने गुरुवार रात फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को मिले सुसाइड नोट में खुशी ने किसी पर आत्महत्या का इल्जाम तो नहीं लगाया लेकिन पुलिस अफसरों को उसके फ्लैट और परिचितों से चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। रविवार को एक कारोबारी ने अफसर से संपर्क किया और खुशी से जुड़े लोगों की बातें बताई। उसने कहा कि खुशी ने बैकुंठधाम कॉलोनी निवासी लोहा व्यापारी मयंक कूलवाल से शादी की थी। मयंक ने कामकाज बंद कर दिया और शराब पीने लगा। परेशान होकर खुशी ने तलाक का केस दायर कर दिया।
अलग होने के कुछ समय बाद मयंक ने बच्चे की परवरिश का झांसा दिया और फिर साथ रहने लगा। खुशी ने उसके खिलाफ महिला थाने में शिकायत दर्ज करवा दी। इसके बाद वह पीपल्याहाना निवासी सहेली मयूरी के संपर्क में आई। मयूरी ने ड्रग्स और शराब की लत लगा दी। वह देर रात पब-बार में लेकर जाती थी। मयूरी ने बाणगंगा क्षेत्र के कांग्रेस नेता व नामी कॉलेज के सदस्य फाइनेंसर से संपर्क करवाया। खुशी को वह दोस्तों के साथ गोवा भी घूमने लेकर गया था। इसके बाद खुशी डिप्रेशन का शिकार हो गई। वह परिवार से भी बहुत काम बातें करती थी।
बेटे के भविष्य के कारण खुशी राहुल के साथ लिवइन में रहने लगी। इस दौरान दो बिल्डर भाइयों ने संपर्क बढ़ाना शुरू कर दिया। उन्होंने आलीशान टाउनशिप में फ्लैट भी दिया। इसके बाद खुशी पर रुपए का दबाव बनाने लगे। वह दबाव सहन नहीं कर पाई और बहन (पंजाब) को कॉल कर फांसी पर झूल गई। एएसआई श्रीराम परमार के मुताबिक, आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। फ्लैट से तीन मोबाइल जब्त किए हैं। कॉल डिटेल्स और वाट्सएप का रिकॉर्ड मांगा गया है। घर से मिलें साक्ष्यों के आधार पर संदेहियों से भी पूछताछ की जाएगी।