लखनऊ। उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास की ओर कूच किया तो प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। जैसे-तैसे उन्हें रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन कर्मचारी तब तक सीएम आवास के मोड़ तक पहुंचने में सफल हो गए। 11 सूत्रीय मांगों पर प्रशासनिक सहमति के बावजूद कोई आदेश जारी न होने पर पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने सोमवार की सुबह शहर में बड़ा प्रदर्शन किया। सीएम आवास के पास राजीव चौक और विधान भवन के सामने प्रदर्शन कर रहे हजारों कर्मचारियों को पुलिसकर्मियों ने समझा-बुझाकर ईको गार्डन भेज दिया। उन्हें आश्वस्त किया गया था कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से करवाई जाएगी।
प्रदर्शनकारी पैदल मार्च करते हुए ईको गार्डन तक पहुंचे और शाम तक वहीं डटे रहे। वहीं, बार-बार ईकोगार्डन मार्ग जाम करने का भी प्रयास किया, पर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें शांत रखा। संघ के प्रदेश महामंत्री रामेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रदेश में एक लाख पंचायतीराज सफाई कर्मचारी हैं। उन्होंने बताया कि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ ने एक फरवरी 2018 को विशाल आन्दोलन का निर्णय लिया था। इस पर 30 जनवरी 2018 को पंचायतीराज मंत्री ने आश्वस्त किया था कि उनकी मांगें एक माह में पूरी की जाएंगी, लेकिन वादा पूरा न होने से कर्मचारी अपने को ठगा सा पा रहा है। इसलिए एक दिवसीय विशाल प्रदर्शन करना पड़ा।
कई जिलों में रोकी गईं प्रदर्शनकारियों की बसें
संघ के प्रदेश अध्यक्ष क्रान्ति सिंह ने बताया कि सरकार का रुख इस पूरे आन्दोलन को दबाने में रहा। संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, वाराणसी, मीरजापुर सहित कई जिलों में पंचायती राज ग्रामीण सफाईकर्मियों की बसें और वाहन रोके गए। इतने विरोध और बाधाओं के बावजूद सैकड़ों की संख्या में बसें और वाहन लखनऊ ईको गार्डन मार्ग पर पहुंचने में सफल रही।
वार्ता बिफल तो कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी भंग
उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ की शासन स्तर पर वार्ता पूरी तरह असफल रही। संघ के प्रदेश महामंत्री रामेन्द्र कुमार ने बताया कि इस धरने के साथ ही समस्त आगामी आन्दोलन को स्थगित कर प्रदेश कार्यकारिणी को भी भंग कर दिया गया है। अब एक माह में आम सभा की बैठक बुलाकर नई कार्यकारिणी का चयन किया जाएगा।
शाम साढ़े चार बजे प्रदेश अध्यक्ष क्रान्ति सिंह, महामंत्री रामेन्द्र श्रीवास्तव, प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह, प्रदेश मंत्री रामलाल कश्यप, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामकृष्ण बाल्मीकि की मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनुपलब्धता के कारण मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पांडेय से करवाई गई। इसमें सभी बिन्दुओं पर चर्चा हुई, लेकिन संघ शासन के सुझावों से संतुष्ट नहीं हुआ और संघ ने वार्ता को विफल घोषित कर दी।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com