GWALIOR: निर्दयी मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर 8 साल के बेटे का अपहरण किया, फिर उसे मौत के घाट उतार दिया। आठ वर्षीय बेटे विनीत को रास्ते से हटाकर जेठ को मामले में झूठा फंसाने की प्लानिंग उसकी मां सपना ने प्रेमी संदीप जाटव के साथ मिलकर 15 दिन पहले ही कर ली थी। जब भेद खुला तो पुलिस ने प्रेमी व महिला को गिरफ्तार कर लिया और उनकी निशानदेही पर बच्चे का कंकाल बरामद कर लिया। उसने पति के हिस्से का मकान बेचकर उससे मिलने वाले रुपयों से आराेपियाें को इनाम देने का वादा किया था। यह खुलासा अारोपियों की गिरफ्तारी के दूसरे दिन पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में हुआ। पुलिस के मुताबिक संदीप ने अपने दाेस्त कुलदीप सिकरवार, फिरोज खान को विनीत की हत्या करने के लिए तैयार किया था। दोनों को पहले भी सपना से 10-10 हजार रुपए मिले थे। जो सपना ने संदीप के जरिए बंदूक बिकवाकर जुटाए थे। पुलिस के मुताबिक, कुलदीप ने विनीत के हाथ पकड़े और फिरोज ने पैर। संदीप ने हाथ से गला दबाया, लेकिन जब विनीत रोने लगा तो उसने साफी से गला घोंट दिया। मंगलवार को आराेपियों को कोर्ट में पेश किया। मासूम विनीत, संदीप के साथ इसलिए चला गया कि वह उसे अच्छे से जानता था। पुलिस के मुताबिक सपना अपने बेटे विनीत से कहती थी कि संदीप ही उसका पिता है।
मां ने ही दर्ज करवाई थी थाने में अपहरण की शिकायत
जानकारी के अनुसार आठ साल के मासूम के अपहरण की जांच कर रही बहोड़ापुर थाना पुलिस को जब यह पता चला कि उसकी मां ने ही अपने प्रेमी के संग बच्चे का अपहरण किया तो होश उड़ गए। जब पुलिस ने प्रेमी व बच्चे की मां को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर बच्चे का कंकाल सबलगढ़ के बीहड़ से बरामद कर पीएम हाउस पहुंचा दिया। मोतीझील पर रहने वाली सपना पत्नी धर्मेंद्र शर्मा 25 वर्ष के 8 साल का बेटा विनीत 13 जुलाई को अचानक गायब हो गया, जिसकी शिकायत बहोड़ापुर थाने में दर्ज की गई। सपना हर रोज पुलिस पर दबाव बनाते हुए अपने ससुराल पक्ष पर अपहरण का आरोप लगाने लगी थी। पुलिस ने जब सपना के जेठ अरविंद से पूछताछ की तो उन्होंने सपना के प्रेम प्रसंग की कहानी बताई।
संदीप सपना का प्रेमी हत्या का मुख्य आरोपी का 3 साल से सपना से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी ने हत्या के लिए दोस्त बुलाए। संदीप का दोस्त फिरोज ने जो अपनी बाइक से विनीत को लेकर सबलगढ़ गया। हत्या के लिए उसने विनीत के पैर पकड़े। संदीप का दोस्त कुलदीप ने जो अपनी बाइक से मौके पर पहुंचा और हत्या के लिए विनीत के हाथ पकड़ रखे थे। 13 जुलाई को संदीप के साथ विनीत को लेने उसके घर पहुंचा। हत्या में बराबर से भागीदार रहा। विनीत की कलयुगी मां सपना हत्याकांड की मास्टरमाइंड थी। जिस ने प्रेमी संदीप को बेटे की हत्या करने का जिम्मा सौंपा था।
यह निकला मामला
धर्मेंद्र मानसिक रूप से कमजोर है। कुछ साल पहले डिम्पल नाम की महिला ने मुरैना के संदीप जाटव से सपना को मिलवाया था। संदीप का सपना के घर पर आना-जाना शुरू हो गया तो धर्मेंद्र के भाईयों ने आॅबजेक्शन उठाया क्योंकि उन्होंने एक साल पहले संदीप को घर में पकड़ लिया तो उसे पुलिस के सपुर्द कर चोरी के आरोप में बंद करवा दिया था। जिसके बाद सपना ने अपने जेठ अरविंद को जेल पहुंचा कर मकान हड़पने की प्लानिंग की। 13 जुलाई को सपना ने अपने प्रेमी संदीप से अपने बेटे विनीत का अपहरण करवा दिया और खुद बहोड़ापुर थाने में शिकायत करने पहुंची। अपहरण का आरोप अपने जेठ पर लगाया। उधर संदीप उसका दोस्त फिरोज 8 साल के विनीत का अपहरण कर कैलारस में रहने वाले कुलदीप सिकरवार के घर ले गया। वहां पर एक दिन विनीत को रखा जब विनीत घर जाने की जिद करने लगा तो उसे मौत के घाट उतारकर सबलगढ़ के बीहड़ में फैंक दिया। सपना ने पुलिस को बताया कि जेठ मकान बेटे विनीत के नाम करने के लिए तैयार था पर उसके नाम नहीं कर रहा था। तब बेटे को ही ठिकाने लगा कर जेठ को फसाना चाहती थी।
पिता ने सख्ती की तो उगल दिया राज
विनीत के गुम होने व ससुराल वालों पर आरोप लगा रही सपना को उसके पिता अपने घर कुलैथ ले गए। जहां पर सपना से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरा राज उगल दिया कि प्रेमी के संग बेटे का अपहरण कर मौत के घाट उतार दिया।