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छात्रा से जानकारी मिलने परिजन युवक के घर समझाने गए थे। वहां युवक की मां माया ने उलटा उन्हें तेजाब फेंकने की धमकी देते हुए कहा था कि चाहे कितनी ही पुलिस आ जाए। मेरे बेटे का कुछ नहीं कर सकती। पुलिस को पैसा जाता है। लड़की के बताने के बाद भी पुलिस दिखवाते हैं, कहकर टालते रहे। 5 जुलाई गुरुवार को मिलन ने अपहरण करने की धमकी दी तो वह शाम चार बजे पिता के साथ थाने गई, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। आखिर में रात 9.30 बजे छात्रा ने जान ही दे दी। सुसाइड नोट में छात्रा ने पिता से माफी मांगते हुए खुद की इमेज खराब होने की बात कही। इधर, छात्रा की मौत के बाद परिजनों ने थाने और युवक के घर के बाहर हंगामा किया। परिजन की पुलिस से झड़प भी हुई।
छात्रा द्वारा फांसी लगाए जाने के बाद क्षेेत्र के रहवासियों ने आरोपितों के परिवार द्वारा अवैध काम किए जाने की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस इस मामले में आरोपितों की संपत्ति की भी जांच कर रही है। पुलिस आरोपी युवक और उसके परिवार के कब्जे के मकानों के कागजात जांच रही है। यदि यह अवैध पाए जाते है तो जिस तरह दूसरे गुंडों के मकान नगर निगम द्वारा तोड़े गए हैं, उन्हें भी तोड़ा जाएगा। इस संबंध में डीआईजी ने अधिकारियों को निर्देश दिए है। आसपास रहने वाले लोगों ने पुलिस को बताया था कि आरोपी युवक मिलन की मां ब्याज पर पैसे देने का काम करती है, वह पैसा देकर लोगों के मकान पर कब्जा भी कर लेती थी। इसके साथ ही युवतियों से अवैध काम कराए जाने का आरोप भी रहवासियों द्वारा लगाया गया है।