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अभी तक वे सिर्फ इसलिए नौकरी और प्रेक्टिस नहीं कर पाते थे क्योंकि मध्यप्रदेश के आयुर्वेद कॉलेज सीसीआइएम के शेडयूल2 में शामिल नहीं थे। आयुष मेडिकल एसोसियेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राकेश पाण्डे के मुताबिक एसोसियेशन पिछले लम्बे अरसे से मांग करता आ रहा था कि प्रदेश की सभी BAMS की डिग्रियों को सीसीआइएम शेडयूल2 में रखकर राष्ट्रीय मान्यता दे।
उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे भोपाल, ग्वालियर,जबलपुर, रीवा, उज्जैन, इंदौर और बुरहानपुर के आयुर्वेद कॉलेज से BAMS करने वाले छात्र लाभान्वित होंगे। और अब इनका केन्द्रीय पंजीयन हो सकेगा।
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