अहमदाबाद। देश में अब नेताओं ने कानून हाथ में लेना शुरू कर दिया है। गुजरात में पाटीदार अरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और गुजरात के विधायक अल्पेश ठाकोर तथा जिग्नेश मेवाणी ने भी ऐसा ही किया। उन्होंने अचानक एक महिला के छापामार कार्रवाई की। घर की तलाशी ली गई। तीनों नेताओं का दावा है कि महिला के यहां अवैध शराब का संग्रहण किया जाता है। उसका घर ‘शराब अड्डा’ है। अजीब बात यह है कि इसके लिए उन्होंने ना तो पुलिस से शिकायत की और ना ही पुलिस टीम को छापामारी के लिए बुलाया। पुलिस ने तीनों नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
कांग्रेस विधायक ठाकोर ने निर्दलीय विधायक मेवाणी तथा पटेल एवं एक दर्जन से अधिक समर्थकों के साथ वृहस्पतिवार को एक महिला कंचनबेन मकवाना के घर पर ‘छापेमारी’ की और दावा किया कि वे वहां से संचालित कथित ‘शराब अड्डे’ का भंडाफोड़ करना चाहते थे। यह घर गांधीनगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के नजदीक स्थित है। मकवाना ने गांधीनगर सेक्टर 21 थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
क्या कहा गया शिकायत में ?
शिकायत में कहा गया है कि तीनों नेता अपने समर्थकों के साथ महिला के घर में ऐसे समय में घुसे जब वहां कोई पुरुष सदस्य नहीं था। पुलिस निरीक्षक वी एन यादव ने बताया कि शिकायत में कहा गया है ‘उन्होंने दो देशी शराब के पाउच उसके घर में रख दिए ताकि साबित किया जा सके कि यह शराब का अड्डा है। वह शराब नहीं बेचती और उसके घर से बरामद दो पाउच घर में घुसे लोगों ने वहां रख दिए।’ गुजरात में 1960 से ही शराब बंदी है जिसके तहत शराब के संग्रहण, बिक्री और उपभोग पर पाबंदी है।
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