इंदौर: मास्टर प्लान-2021 को लेकर गुरुवार को होने वाली समीक्षा बैठक नाराजगी की भेंट चढ़ गई। संभागायुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक में महापौर और विधायक समय पर पहुंच गए, लेकिन संभागायुक्त समय पर नहीं पहुंच पाए। संभागायुक्त के लेट होने पर जनप्रतिनिधि नाराज हो गए और मीटिंग छोड़कर बाहर आ गए। सीढ़ियों पर मिले संभागायुक्त ने उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने और कार में बैठकर वहां से रवाना हो गए। विधायक ने मामले में नाराजगी जताते हुए संभागायुक्त की शिकायत सीएम तक करने की बात कही।
मिली जानकारी अनुसार शहर विकास का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज मास्टर प्लान-2021 को लेकर संभागायुक्त कार्यालय में दोपहर 12 बजे से मीटिंग रखी गई थी। बैठक में शहर विकास को लेकर चर्चा होनी थी। बैठक में शामिल होने महापौर मालिनी गौड़, विधायक उषा ठाकुर और सभापति अजय सिंह नरूका समय पर पहुंच गए, लेकिन संभागायुक्त राघवेंद्र सिंह को थोड़ी देर हो गई। कुछ देर इंतजार के बाद जनप्रतिनिधि नाराज हो गए और सभा कक्ष से निकलकर बाहर आ गए। सीढ़ियों से नीचे आते ही संभागायुक्त राघवेंद्र सिंह सामने दिखाई दिए। जनप्रतिनिधियों को जाता देख उन्होंने एमवायएच में जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल और विरोध के कारण वहां जाने से लेट होने की बात कही और जनप्रतिनिधियों से बैठक में वापस चलने का आग्रह किया। नाराज मेयर दूसरी मीटिंग का हवाला देकर वहां से रवाना हो गईं। वहीं विधायक ने भी लेट आने पर नाराजगी जताई और बैठक में जाने से इनकार कर दिया। हालांकि कुछ देर बाद विधायक लौटीं और बैठक में शामिल हुईं। हालांकि सभी जनप्रतिनिधियों के उपस्थित नहीं होने पर संभागायुक्त ने को आगे बढ़ाते हुए 30 जुलाई की तारीख तय की।
इंतजार के बाद बैठक छोड़कर रवाना हुईं महापौर मालिनी गौड़ ने कहा कि जनप्रतिनिधि समय पर पहुंचते हैं तो फिर अधिकारियों को भी तो समय पर आना चाहिए। मुझे दूसरी मीटिंग में जाना है, इसलिए यह बैठक अब बाद में की जाएगी। वहीं विधायक उषा ठाकुर ने मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि संभागायुक्त समय पर नहीं पहुंचे, जबकि उन्होंने ही समय तय किया था। मामले में मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री से बात की जाएगी।