बारिश में हमें पैरों विशेष देख भाल करनी चाहिये। क्योकि बारिश की रिमझिम फुहारें जहां तपती गर्मी से निजात दिलाती हैं वहीं, यह मौसम अपने साथ कई परेशानियां भी लेकर आता है। इनमें से एक है पैरों में संक्रमण होना। बरसात में भीगने के कारण पैरों की उंगलियों में फंगल इंफेक्शन हो सकता है।
बारिश में नंगे पांव बिलकुल न चलें/ Do not walk barefoot in the rain
बारिश में जगह-जगह पानी जमा हो जाता है और कई बार चाहे-अनचाहे उसमें पैदल चलना पड़ता है। ऐसे में पैरों में संक्रमण का खतरा बना रहता है। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ अमरीन कहती हैं, बारिश के समय घर में भी नंगे पांव बिल्कुल न चलें। इससे पैरों में किसी तरह का घाव नहीं होगा। साथ ही बैक्टीरिया से भी बचाव होगा।
तौलिया रोज धोएं/ Wash Towel everyday
पैरों को धोने के बाद तौलिए से सुखाकर उन पर पॉउडर छिड़कें और उसके बाद ही जूते या चप्पल पहनें।
बारिश के दौरान पैरों को अच्छी तरह से धोएं। पानी में ऐंटिसेप्टिक जरूर मिलाएं।
बरसात में मोजे को हर दिन बदलें। जहां तक मुमकिन हो सूती मोजे ही पहनें। गीले मोजों को बदलने में देरी न करें।
बरसात के मौसम में अगर पैर में चोट लग जाए तो डॉक्टरी सलाह लें। अगर पैर में पहले से कोई जख्म है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
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