GWALIOR: जीवाजी विश्वविद्यालय में ऐसा कोई दिन नहीं बीत रहा जिस दिन अधिकारियों के सामने हैरत भरा मामला सामने न आ रहा हो। ऐसा ही एक मामला सोमवार को सामने आया। इसमें एक छात्र को आधार पाठ्यक्रम की परीक्षा दिए बिना ही दो प्रश्न पत्रों में अंक दे दिए, एक में अनुपस्थित दर्शा दिया। हैरानी की बात ये है कि विद्यार्थी ने परीक्षा दी ही नहीं थी।
एसवीआरएस कॉलेज अडोखर से आए बीएससी षष्टम सेमेस्टर के छात्र पुष्पेन्द्र सिंह अनुक्रमांक 15122702 की समस्या अजब थी। पुष्पेन्द्र के अनुसार षष्टम सेम में उसकी आधार पाठ्यक्रम विषय की परीक्षा छूट गई थी, लेकिन जब अंकसूची मिली तो वह हैरान रह गया, क्योंकि आधार पाठ्यक्रम के तीनों ही प्रश्न-पत्र की परीक्षा में वह शामिल नहीं हुआ था। वहीं जब नेट से अंकसूची निकाली तो उस पर प्रथम प्रश्न-पत्र में 30, तृतीय में 15 अंक मिलना बता दिए, जबकि द्वितीय प्रश्न पत्र में उसका नकल प्रकरण बनना बता दिया गया। अब जब यूनीवर्सिटी ने विशेष एटीकेटी परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन निकाला तो वह परीक्षा फॉर्म नहीं भर पा रहा है।
छात्र पुष्पेन्द्र के अनुसार वह पहले आया था तो उससे कहा गया कि वह परीक्षा केन्द्र से अटेंडेंस शीट लेकर आए। वह शीट ले आया तो अब कह रहे हैं कि वह मामले को दिखवा रहे हैं। जब तक अंकसूची में लिखे यूएफएम का मामला नहीं निपटता तब तक वह परीक्षा फॉर्म नहीं भर सकेगा। छात्र का कहना है फॉर्म नहीं भरा तो एक साल बर्बाद होगी।
प्राचार्य ने लिखकर दिया, नहीं बना प्रकरण -
एसवीआरएस कॉलेज अडोखर जिला भिंड के प्राचार्य ने छात्र द्वारा दिए गए आवेदन पर ही टीप भी लगा दी है। लिखा है कि छात्र ने 22 मई 2018 को हुई आधार पाठ्यक्रम की परीक्षा नहीं दी है न ही छात्र का यूएफएम प्रकरण बना है।
मामले को दिखवा रहे हैं -
ये मामला अभी सामने आया है। इस मामले में पड़ताल करवा रहे हैं। परीक्षा भवन से रिकॉर्ड आने के बाद पता चला कि कहां विसंगति हुई है।