भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने गुना कलेक्टर को टारगेट करते हुए बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 'अधिकारी/कर्मचारी समझ लें, दिसम्बर के बाद जनवरी भी आता है और इसका जवाब उनसे लिया जाएगा।' बता दें कि गुना में आयोजित हुए नेशनल हाइवे के एक कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम हटा दिया गया था। शिलालेख में पहले सिंधिया का नाम अंकित था, लेकिन बाद में उस शिलालेख को कचरे में फैंक दिया गया और नए शिलालेख में सिंधिया का नाम नहीं था। इस पर सफाई देते हुए कलेक्टर विजय दत्ता ने दलील दी थी कि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से आमंत्रित किया था परंतु उन्होंने आने से इंकार कर दिया इसलिए उनका नाम हटा दिया गया।
कमलनाथ ने कहा कि एक पत्थर पर नाम लिखने से सरकार की इज्जत कम हो रही थी इससे इनकी सोच का पता चलता है। कमलनाथ ने कहा कि सरकार और अधिकारी कर्मचारी समझ लें कि दिसंबर के बाद जनवरी भी आता है और इसका जवाब उनसे लिया जाएगा। बता दें कि इस मामले में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी सीएम शिवराज सिंह, मध्यप्रदेश शासन एवं कलेक्टर गुना विजय दत्ता को विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
शिवराज सिंह के सवालों का जवाब 6 माह बाद दूंगा
सीएम शिवराज से दस सवाल पूछने के मामले में कमलनाथ का कहना है कि अगर सीएम को उनसे सवाल पूछने हैं तो 6 महीने बाद पूछें, चुनावों के बाद सीएम मुझसे जितने भी सवाल पूछेंगे, मैं जबाव दूंगा लेकिन अभी तो मेरे सवालों का जबाव सीएम को देना चाहिए। वहीं छिंदवाड़ा में पुलिसकर्मी की हत्या पर कमलनाथ ने कहा कि बदमाशों के हौसले बढ़ते जा रहे है। पुलिस भी सुरक्षित नहीं है और बीजेपी सरकार सुशासन की बातें करती है।
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