
मुख्यमंत्री ने इस दौरान छात्रों से एक पेड़ लगाने और इसके लिए लोगों को प्रेरित करने का संकल्प लेने की बात भी कही। साथ ही, उन्होंने छात्रों से कहा, "मेरे प्यारे बच्चों मैं तुम्हारे आंखों के सपनों को मरने नहीं दूंगा। तुम्हें अपनी प्रतिभा के बल पर आगे बढ़ना है। तुम्हारे लिए अनंत आकाश खुला हुआ है ऊंची उड़ान भरो। उच्च शिक्षा तक की फीस भी मैं भरूंगा।" कार्यक्रम में करीब 10 हजार छात्र पहुंचे। इसमें जबलपुर संभाग के आठ जिलों के 6633 छात्रों को लैपटाप देने के लिए चयनित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के माता-पिता से मेरा आग्रह है कि बच्चों पर पढ़ाई का बोझ ना लादें। बच्चों से भी कहूंगा कि अपनी रुचि के अनुसार विषय का चयन कर आगे बढ़ें। मैं चाहता हूँ कि मध्यप्रदेश के मेरे बच्चे आगे बढ़ कर उद्योगपति बनें, स्वयं के रोजगार के साथ ही दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर उत्पन्न करें। हमें एक ऐसा प्रदेश बनाना है, जिसमें हर गरीब को उसका हक मिले। पढ़-लिख कर आगे बढ़ना गरीब बच्चों का भी हक है। धन के अभाव में उनकी प्रतिभा व्यर्थ ना जाए इसलिए उन बच्चों की पढ़ाई का खर्च हमारी सरकार उठाएगी।