भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी नगाड़े बज चुके हैं। सीएम शिवराज सिंह पिछले 1 साल से लगातार जनता के बीच जा रहे हैं। 14 जुलाई के बाद तो हालात यह हैं कि शिवराज सिंह का 1 भी दिन ऐसा नहीं होगा जब वो जनता के बीच ना हों लेकिन कमलनाथ ऐसा कुछ करने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह की जन आशीर्वाद यात्रा का पीछा करने का प्लान जरूर बनाया है परंतु इसकी जिम्मेदारी दूसरे नेताओं को सौंप दी है। प्लान के अनुसार कांग्रेस एक बार फिर पोल खोल यात्रा का आयोजन करने जा रही है। यह यात्रा शिवराज सरकार की जन आशीर्वाद यात्रा का पीछा करेगी और शिवराज सिंह की पोल खोलेगी।
सभी 230 विधानसभाओं में जाएंगे सीएम शिवराज सिंह
शिवराज सिंह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। बावजूद इसके वो मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभाओं में जाएंगे और आशीर्वाद मांगेंगे। बता दें कि 2013 का चुनाव जीतने के बाद सीएम शिवराज सिंह उतने फिट नहीं रहे जितने कि 2005 में हुआ करते थे। मां नर्मदा के सपूत अब घुटनों पानी में उतरने से डरते हैं। जिस फिटनेस चैलेंस को पीएम मोदी ने स्वीकार कर वीडियो पब्लिक किया, उसमें सीएम शिवराज सिंह ने कोई इंट्रेस्ट ही नहीं लिया जबकि 2008 में उन्होंने साइकिल चलाई थी। बावजूद इसके वो 230 विधानसभाओं में जाएंगे।
कमलनाथ वक्त नहीं दे पाएंगे
इधर कांग्रेस के 70 वर्षीय प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की स्थिति यह है कि वो पूरे मध्यप्रदेश को वक्त नहीं दे पाएंगे। कांग्रेस की तरफ से 14 जुलाई से पोल खोल यात्रा निकाली जाएगी जो सभी 230 विधानसभाओं मेें जाएगी परंतु इनमें से कमलनाथ कितनी विधानसभाओं में जाएंगे अभी तय नहीं किया गया है। सवाल यह है कि क्या मध्यप्रदेश की जनता मतदान के दिन तक उस व्यक्ति के साक्षात दर्शन भी नहीं कर पाएगी जो मध्यप्रदेश के भावी सीएम बनने की राह पर चल रहा है।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com