भोपाल। छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ की स्थिति स्पष्ट होती जा रही है। उनके निजी विचार और व्यक्तिगत रिश्ते पार्टी की नीतियों और जनता की भावनाओं से ऊपर होते हैं। यह आरोप नहीं प्रमाण हैं, क्योंकि कमलनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष बनते ही प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संजय गांधी की फोटो लगवा दी। बता दें कि ये वही संजय गांधी हैं जिन्हे देश में आपातकाल का कारण माना जाता है। ये वही संजय गांधी हैं जिन्हे कांग्रेस ने ना केवल कांग्रेस ने अस्वीकार कर दिया था परंतु उनके बाद उनकी पत्नी मेनका गांधी और पुत्र वरुण गांधी को भी कांग्रेस ने स्वीकार नहीं किया। मेनका और वरुण गांधी भाजपा के नेता हैं और पीएम नरेंद्र मोदी मंत्रीमंडल में मेनका गांधी मंत्री भी हैं।
कहां लगी है संजय गांधी की तस्वीर
पूरे देश में शायद ही कोई कांग्रेस का कार्यालय होगा जहां संजय गांधी की तस्वीर लगाई गई हो। मप्र में कांग्रेस कार्यालय के कांफ्रेंस हाल में और कमलनाथ के कैबिन में लगी तस्वीर में संजय गांधी तो हैं ही उनके साथ गांधी परिवार के तीन अन्य सदस्य राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी दिख रहे हैं। कमलनाथ के समर्थकों का कहना है कि कांग्रेस में कमलनाथ और संजय गांधी को इंदिरा गांधी के दो हाथ कहा जाता था। इधर पीसीसी चीफ कमलनाथ संजय गांधी की तस्वीर भी दोस्त की याद में लगाना बता रहे हैं।
क्या संदेश देना चाहते हैं कमलनाथ
कमलनाथ के निजी आवास और सोशल मीडिया अकाउंट पर संजय गांधी अक्सर दिख जाते हैं। यहां तक कहा जा सकता है कि यह उनका निजी मामला है परंतु प्रदेश कांग्रेस का कार्यालय उनकी निजी संपत्ति नहीं है। यहां वो कांग्रेस का काम करने के लिए नियुक्त किए गए हैं। निजी दोस्ती का संग्रहालय स्थापित करने के लिए नहीं। सवाल यह है कि यह फोटो लगाकर कमलनाथ क्या संदेश देना चाहते हैं। क्या वो संजय गांधी को अपना आदर्श मानते हैं, क्या मध्यप्रदेश में कमलनाथ मुख्यमंत्री बने तो संजय गांधी की नीतियों का पालन किया जाएगा।
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