भोपाल। सतना में सरकारी सर्किट हाउस में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के साथ हुई धक्का-मुक्की और अभद्रता के मामले में कांग्रेस ने एक नई कहानी पेश की है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा, उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता और अभय दुबे तथा मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने आज यहां जारी एक संयुक्त बयान में कहा है कि प्रदेश के प्रभारी महासचिव दीपक बावरिया जी के रीवा प्रवास के दौरान किया गया हंगामा भाजपा प्रायोजित था । भाजपा से जुड़े वे लोग इस घटना को जानबूझकर बढ़ चढ़ कर प्रचारित करने में लगे है जिन्हें कांग्रेस की एकजुटता रास नहीं आ रही है।
कल भी रीवा प्रवास के दौरान हजारों कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दीपक बावरिया जी से सीधे भेंट की और आगामी चुनाव को लेकर सीधे अपनी राय रखी। पहली बार कांग्रेस के छोटे से छोटे कार्यकर्ता को सीधे अपनी बात को पार्टी हाईकमान तक पंहुचाने का मौका मिल रहा है, अपनी राय प्रकट करने का मौका मिल रहा है। कांग्रेस में पारदर्शी तरीके से सब काम हो रहा है और हजारों कार्यकर्ता एकत्र हो रहे हैं।
बावरिया जी संगठन की मजबूती व एकता को लेकर निरंतर कार्य कर रहे हैं व दौरे कर रहे हैं। भाजपा को कहीं न कहीं यह नागवार गुजर रहा है। वे अपने से जुड़े लोगों को भेज कांग्रेस की एकता को बिगाड़ने में लगी है। कल भी बावरिया जी जब एक-एक कार्यकर्ता से वन-टू-वन चर्चा कर रहे थे, कुछ भाजपा प्रायोजित लोगों द्वारा अचानक बगैर क्रम के आकर मिलने को लेकर हंगामा करने का प्रयास किया गया, जिसे तुरंत मौके पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विफल कर दिया। इस घटनाक्रम के पीछे भाजपा से जुड़े वे लोग हैं जिनके हित इस पारदर्शिता से प्रभावित हो रहे हैं।
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नई कहानी के साथ ही कांग्रेस पर उठे कुछ नए सवाल
यदि भाजपा प्रायोजित लोग यदि दीपक बावरिया तक पहुंच गए थे तो उन्हे काबू क्यों नहीं किया गया।
इस तरह के उपद्रवियों को पुलिस के हवाले क्यों नहीं किया गया।
भाजपा प्रायोजित उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कराई गई।
यदि वो कमलछाप कांग्रेसी हैं तो अब तक उन्हे निष्कासित क्यों नहीं किया गया।
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