इंदौर। मध्यप्रदेश में कांग्रेस 2 मोर्चों पर लड़ रही है। इसमें पहला नंबर गुटबाजी आता है। दूसरे पर भाजपा। गुटबाजी के चलते ही कांग्रेस मप्र में सीएम कैंडिडेट घोषित नहीं कर पाई। कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के साथ ही कहा गया था कि अब मप्र में पार्टी चुनाव लड़ेगी उसका कोई चेहरा नहीं होगा परंतु कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर ने बयान दिया है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का चुनावी चेहरा सही समय पर घोषित कर दिया जायेगा। कपूर ने बताया कि हम प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का चुनावी चेहरा हालातों को देखते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत चुनेंगे और सही समय पर इसकी घोषणा करेंगे। बता दें कि इस पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच रेस है लेकिन नेताप्रतिपक्ष अजय सिंह एवं अन्य कुछ नेता भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि हालात और रणनीति उन्हे इस पद तक ले आएंगे।
पार्टी में किसी को आपत्ति नहीं
सूत्रों का कहना था कि जब राहुल गांधी मप्र में सीएम कैंडिडेट का ऐलान करने जा रहे थे तब नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने इसका विरोध किया। दिग्विजय सिंह ने अजय सिंह का समर्थन किया एवं सुरेश पचौरी चुप रहे। कहा गया कि यदि नाम घोषित किया तो गुटबाजी बढ़ जाएगी और नुक्सार होगा परंतु कांग्रेस के प्रदेश मामलों के प्रभारी संजय कपूर ने गुटबाजी की बात को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा को सूबे की सत्ता से बाहर करने के लिए हमारे सभी बड़े नेता मिलकर काम कर रहे हैं।
कमलनाथ को मान लिया गया है सीएम कैंडिडेट
यहां मप्र में कमलनाथ समर्थकों के अलावा कुछ मीडिया घरानों ने भी कमलनाथ को सीएम कैंडिडेट मान लिया है। कमलनाथ के आवास पर स्थित आॅफिस में भी गतिविधियां कुछ इसी तरह से संचालित हो रही हैं, कि वही सीएम कैंडिडेट हैं। कमलनाथ की टीम के कुछ नेता भरे मंच से ऐलान कर चुके हैं कि मप्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो कमलनाथ ही सीएम होंगे।
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