भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार किसी ना किसी विवाद में घिरते रहते हैं। आज कैबिनेट की मीटिंग में भोपाल के महापौर आलोक शर्मा की मौजूदगी को लेकर विवाद शुरू हो गया। नियमानुसार कैबिनेट की मीटिंग में कैबिनेट स्तर के मंत्रियों और मुख्यसचिव के अलावा कोई नहीं जा सकता। कैबिनेट की मीटिंग में किसी को विशेष रूप से आमंत्रित करने का प्रावधान भी नहीं है। यदि कोई आपतकालीन स्थिति हो तो मीटिंग कक्ष से बाहर जाकर मंत्री, मुख्य सचिव या मुख्यमंत्री किसी अन्य व्यक्ति से बात कर सकते हैं परंतु यहां उल्टा ही हो गया। महापौर आलोक शर्मा मीटिंग कक्ष में कुछ इस तरह घुस आए मानो यह शिवराज सिंह की किचिन कैबिनेट की मीटिंग हो।
सीएम शिवराज सिंह इन दिनों जन आशीर्वाद यात्रा पर हैं। 2 सप्ताह के बाद सोमवार को राजधानी स्थित वल्लभ भवन में कैबिनेट की बैठक आमंत्रित की गई थी। इस मीटिंग में कुल 37 बिंदुओं पर निर्णय होना था। इसी बैठक में अनौपचारिक रूप से मध्य प्रदेश को नगरीय प्रशासन के क्षेत्र में मिले चार पुरस्कारों के लिए मंत्री माया सिंह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी गई। यह कैबिनेट का सामान्य शिष्टाचार था।
IAS विवेक अग्रवाल के साथ आए आलोक शर्मा
तभी बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव विवेक अग्रवाल के साथ भोपाल के मेयर आलोक शर्मा जा पहुंचे जिन्होंने पुरस्कार में मिली राशि को मुख्यमंत्री को भेंट कर दिया। यह सबकुछ देख कैबिनेट में मौजूद मंत्री भी सकपका गए। ऐसा इससे पहले कभी नहीं हुआ था। यह कैबिनेट की मर्यादाओं का उल्लंघन है। इससे मौजूद मंत्री भी असहज हो गए।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.comमुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने लखनऊ (उ.प्र.) में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में मिले 5 पुरस्कार सौंपे । इस अवसर पर महापौर नगर निगम भोपाल श्री आलोक शर्मा मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। pic.twitter.com/PL0AVkB3Ud— jansampark jabalpur (@jansamparkjpb) July 30, 2018