भोपाल। देश में जाति आधारित आरक्षण के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व करने सामने आए एक संगठन बह्म समागम संगठन ने 'आमरण अनशन' के मामले में यूटर्न ले लिया है। ब्रह्म समागम के नेता 13 जुलाई से 'आमरण अनशन' पर बैठने वाले थे परंतु एन वक्त पर इसे स्थगित कर दिया गया। कहा गया है कि 'आमरण अनशन' के प्रशासन ने इजाजत नहीं दी। बता दें कि 'आमरण अनशन' के लिए प्रशासन कभी इजाजत देता भी नहीं है और इसके लिए किसी तरह की प्रशासनिक अनुमति की जरूरत भी नहीं थी। हां बस इतना था कि, सरकारी जमीन पर ऐसा आयोजन नहीं किया जा सकता था।
बह्म समागम संगठन ने ऐलान किया था कि जाति आधारित आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ स्वामी गीतानंद महाराज जिलाध्यक्ष ब्रह्म समागम ग्वालियर 13 जुलाई से अन्न जल त्यागकर, बाल हनुमान मंदिर परिसर, काली मंदिर के सामने चूना भट्टी भोपाल में आमरण अनश्न पर बैठेंगे। अब कहा जा रहा है कि प्रशासन ने उन्हें अनुमति नही दी। यह जानकारी अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा ने दी है।
10 माह से सिर्फ दूध पीते हैं स्वामी गीतानंद
ब्रह्म समागम ने जिन स्वामी गीतानंद के आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान किया था वो पिछले 10 साल से अन्न जल ग्रहण नहीं कर रहे हैं। यह बात उन्होंने खुद बताई। स्वामी गीतानंद ने बताया कि 10 माह से अन्न जल त्याग कर केवल एक गिलास पानी, जूस और दूध ग्रहण कर रहे है।
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