भोपाल। विधानसभा चुनाव 2003 के अभियान के दौरान भाजपा की ओर से सीएम कैंडिडेट उमा भारती ने सभाओं में कई बार ऐलान किया था कि 'यदि मप्र में भाजपा की सरकार बनी तो भ्रष्टाचार के एक-एक मामले की जांच कराई जाएगी। ऐसी सारी फाइलें खुलेंगी जिनमें मंत्रियों की काली करतूतें दर्ज हैं और दोषियों को जेल भेजा जाएगा, फिर चाहे वो कोई भी हो।' इसके बाद क्या हुआ सभी जानते हैं। ना कोई फाइल खुली ना कोई जांच हुई।
अब एक बार फिर कमलनाथ ने ऐसा ही बयान दिया है। कहा है कि कांग्रेस के सरकार में आते ही ‘जन आयोग’ बनाएंगे। इसका अध्यक्ष पूरी तरह निष्पक्ष और निर्विवाद होगा। यह आयोग 10 हजार करोड़ के ई-टेंडरिंग, नर्मदा के पौधरोपण, व्यापमं, रेत खनन जैसे भ्रष्टाचार की सच्चाई सामने लाएगा। उन्होंने कहा कि दुख होता है कि भ्रष्टाचार में मध्यप्रदेश नंबर वन है और ईओडब्ल्यू जैसी संस्थाएं भाजपा और संघ के इशारे पर काम कर रही हैं। कमलनाथ दैनिक भास्कर न्यूजरूम में पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे।
APP का आरोप है कि कमलनाथ भी भ्रष्ट हैं
आम आदमी पार्टी के सीएम कैंडिडेट एवं प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल कई बार मप्र बिजली घोटाले को लेकर प्रेस सम्मेलन बुला चुके हैं। वो खुलेआम आरोप लगाते हैं कि यह घोटाला कमलनाथ और सीएम शिवराज सिंह की दोस्ती के कारण हुआ। सवाल यह है कि क्या कमलनाथ मोजर बीयर कंपनी पर लग रहे आरोपों की जांच कराएंगे। क्या वो मोजर बीयर के साथ हुई मप्र शासन की डील की समीक्षा ऐसे ही किसी निष्पक्ष आयोग से करवाएंगे।
क्या है मामला
अग्रवाल ने एक बयान में कहा कि अनूपपुर जिले में कमलनाथ के परिवार की कंपनी मोजर बीयर ने सोन नदी का पानी रोका है और लोगों को पीने का पानी मिलना बंद हो गया है। इस मामले पर शिवराज सिंह चौहान भी चुप हैं, जबकि इलाके के खेत सूखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मोजर बीयर कंपनी कमलनाथ की बहन नीता पुरी की कंपनी है और कमलनाथ के पास इसके 6450 शेयर हैं। कमलनाथ और शिवराज सिंह की दोस्ती के कारण ही मोजर बीयर कंपनी को ना केवल मप्र में काम मिला बल्कि उसकी गैर कानूनी गतिविधियों को भी संरक्षण दिया जा रहा है।
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