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सलीना सिंह का कार्यकाल पूरा, कांताराव अनुभवी
सलीना सिंह को 26 जून 2015 को मप्र का मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बनाया गया था, उनके बीते 26 जून को तीन साल पूरे हो गए थे। आयोग के स्पष्ट आदेश हैं कि चुनाव ड्यूटी में लगा कोई अफसर 3 साल से ज्यादा समय तक एक पद पर नहीं रहेगा। इसी के चलते सलीना सिंह को हटाया गया। इधर, वीएल कांताराव चुनाव आयोग में बीते विधानसभा चुनाव 2013 में एडिशनल सीईओ रहे हैं।
वीवीपैट मशीन जांच के दौरान विवाद में आई थीं सलीना सिंह
सूत्रों का कहना है कि सलीना सिंह को लेकर केंद्र भी खासा नाराज था। इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि उनका मुंगावली और कोलारस उप चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं से सीधा विवाद हुआ था। इससे पहले अटेर चुनाव के दौरान भी वीवीपैट मशीन की जांच को लेकर सुर्खियां बनीं। जिससे आयोग नाराज हुआ। बताया जा रहा है कि इन स्थितियों के चलते आयोग उन्हें हटाए जाने के बारे में विचार कर रहा था। लिहाजा आयोग ने शनिवार को ही राज्य सरकार से नए सीईओ के लिए पैनल बुलवा लिया। मंगलवार को वीएल कांताराव को सीईओ बनाए जाने के आदेश जारी कर दिए।
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