नईदिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा के संस्कारों पर सवाल खड़े हो गए हैं। उनके बेटे एवं मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने एक मांस कारोबारी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हत्यारों को जमानत मिलने पर उन्हे माला पहनाकर उनका स्वागत किया। मामला झारखंड के हजारीबाग में सामने आया है। यहां केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने उम्र कैद की सजा काट रहे आरोपियों के जमानत पर छूटने पर उन्हें घर बुलाकर सम्मानित किया। जयंत सिन्हा ने इन्हें अपने घर बुलाकर फूलों की माला पहनाई और उनके साथ फोटो भी खींचवाई। जबकि न्यायालय में इनका दोष प्रमाणित हो चुका है।
गौरतलब है कि मीट कारोबारी की हत्या और उसके बाद से इस पूरे मामले को राजनीतिक रूप देने की कोशिश की जा रही है। यही वजह है कि बीजेपी के नेताओं ने हत्यारों का शुरू से ही समर्थन किया है। कुछ महीने पहले बीजेपी के पूर्व विधायक शंकर चौधरी इन हत्यारों को छोड़ने के लिए 15 दिनों तक धरने पर बैठे थे। 2 जुलाई को जब नित्यानंद ज़मानत पर जेल से बाहर आया तो उसे लेने शंकर चौधरी खुद गए। नित्यानंद रामगढ़ बीजेपी का ज़िलाध्यक्ष है।
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने जयंत सिन्हा को निशाने पर लिया। इस मामले में यूथ कांग्रेस ने भी जंयत सिन्हा पर हमला किया। यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट कर कहा कि देश के 10 राज्यों में शक के आधार पर अभी तक 27 लोगों की हत्या की जा चुकी है और जयंत सिन्हा ऐसा करने वाले आरोपियो के स्वागत में लगे हैं।
झारखंड में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया। उन्होंने हॉर्वड विश्वविद्यालय को भी टैग किया। उन्होंने लिखा कि आपका पूर्व छात्र इन दिनों गौ हत्या के शक में युवक की हत्या करने वाले आरोपियो को सम्मानित करने में लगे हैं। इस विवाद को लेकर जब जयंत सिन्हा से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com