INDORE: राज्य के सभी वाहनों को नंबर जारी करने वाला परिवहन विभाग अपनी ही एक बोलेरो गाड़ी को 15 साल से फर्जी नंबर (एमपी 02 एवी 9900) से चला रहा है। फिलहाल यह गाड़ी एआरटीओ को अलॉट है। इसी नंबर से भोपाल आरटीओ में 11 अगस्त 2017 को सुप्रिंटेंडेंट एमपी स्टेट गैरेज के नाम से एक सरकारी टोयोटा इनोवा क्रिस्टा[Toyota Innova Crista] गाड़ी भी रजिस्टर्ड है। यानी प्रदेश में एक ही नंबर लिखी दो सरकारी गाड़ियां एक साल से चल रही हैं। आरटीओ जितेंद्र रघुवंशी को आरटीआई कार्यकर्ता वल्लभ चौहान ने शिकायत की कि विभाग की ही वेबसाइट पर इस नंबर से भोपाल में गाड़ी रजिस्टर्ड है। इंदौर आरटीओ में इस गाड़ी का इस्तेमाल कई अधिकारी कर चुके हैं। फिलहाल एआरटीओ निशा चौहान इसका इस्तेमाल कर रही हैं। पिछले दिनों गाड़ी में कुछ तकनीकी खराबी आने के बाद से यह आरटीओ ऑफिस में ही बंद हालत में खड़ी है। विभाग अब इसे कंडम घोषित कर नीलामी करने पर भी विचार कर रहा है।
रजिस्ट्रेशन रिन्युअल पर भी ध्यान नहीं
मामले में विभाग की लापरवाहियां सामने आई हैं। सबसे पहले तो एक गाड़ी के रजिस्टर्ड होने के बाद भी ऑनलाइन रिकॉर्ड में उसका दर्ज न होना और इतने सालों तक अधिकारियों का इस ओर ध्यान न दिया जाना। गाड़ी 15 साल से ज्यादा पुरानी है तो अधिकारियों द्वारा नियमानुसार 15 साल पूरे होने के बाद इसके रजिस्ट्रेशन रिन्युअल पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
ऑनलाइन रिकॉर्ड अपडेट न होने से गलती
आरटीओ रघुवंशी ने बताया इंदौर आरटीओ कार्यालय के पास यह गाड़ी 15 साल से भी ज्यादा समय से है। इसके रजिस्ट्रेशन की फाइल ढुंढवाई जा रही है। जब गाड़ी का रजिस्ट्रेशन हुआ होगा तब कम्प्यूटराइजेशन नहीं हुआ था। इसलिए मैन्युअली डायरी में गाड़ी का रजिस्ट्रेशन किया गया। कम्प्यूटराइजेशन के बाद इसका रिकॉर्ड सिस्टम में अपडेट किया जाना था जो शायद नहीं हो पाया। इस कारण सिस्टम में यह नंबर खाली नजर आने से पिछले साल इस नंबर को एक अन्य गाड़ी को दे दिया गया। एक गाड़ी का नंबर निरस्त कर चैंज करवाया जाएगा।