नई दिल्ली। नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज सैक्रेड गेम्स का एक एपिसोड अब देश भर की राजनीति के केंद्र में आ गया है। इस एपिसोड में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को नवाजुद्दीन के किरदार द्वारा 'फट्टू' बताया गया है। इस पर कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति उठाई है। हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई है। राहुल गांधी ने ट्वीट करके केवल इतना कहा है कि कोई बेवसीरीज उनके पिता के बलिदान को कम नहीं कर सकती। जबकि सैक्रेड गेम्स में नवाज का हिस्सा निर्देशित करने वाले अनुराग कश्यप का कहना है कि ये सिर्फ हमारा नजरिया है अगर किसी को इससे आपत्ति है तो ये उनकी दिक्कत है।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है, "भाजपा या आरएसएस का मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कानूनी तौर पर नियंत्रित होनी चाहिए। मेरा मानना है कि ये स्वतंत्रता एक मूलभूत लोकतांत्रिक अधिकार है। मेरे पिता देश की सेवा के लिए मरे और जिए हैं। एक काल्पनिक वेब सीरीज के किसी किरदार का विचार इसे कभी नहीं बदल सकता।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने सैक्रेड गेम्स के उस एपिसोड पर आपत्ति जताई थी, जिसमें राजीव गांधी को नवाजुद्दीन के किरदार द्वारा 'फट्टू' बताया गया है। इसको अंग्रेजी सबटाइटल में आपत्तिजनक शब्द से अनुवादित किया गया है। 37 साल के कांग्रेस कार्यकर्ता राजीव सिन्हा ने पुलिस में इसकी शिकायत कर नवाजुद्दीन सिद्दीकी और निर्माताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की थी।
दूसरी ओर दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें सैक्रेड गेम्स के कुछ सीन को आपत्तिजनक बताया गया है। साथ ही मांग की गई थी कि इनको इस सीरीज़ से हटा दिया जाए। याचिका में कहा गया है कि कंटेंट में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
याचिका लगाने वाले शख्श तारिक का कहना था कि इससे राजीव गांधी की इमेज को खराब करने की कोशिश की गई है। एक सामान्य नागरिक होने के साथ-साथ इंडियन नेशनल कांग्रेस का सदस्य होने के नाते मुझे सैक्रेड गेम्स के इन दृश्यों पर आपत्ति है। लिहाजा उस आपत्तिजनक सीन को हटाकर नेटफ्लिक्स से अलग किया जाए।
इस बीच सैक्रेड गेम को लेकर उठे विवाद पर पहली बार अनुराग कश्यप ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लोगों की नाराजगी को उनकी निजी दिक्कत करार दिया। सैक्रेड गेम्स में नवाज का हिस्सा निर्देशित करने वाले अनुराग ने कहा था, 'ये वेब सीरीज किसी राजनेता को टारगेट करने के लिए नहीं बनाई गई है। ये सिर्फ हमारा नजरिया है जो उन दिनों हुए घटनाक्रम को दर्शाता है, चाहे वो पॉलिटिकल हो या धार्मिक। अगर किसी को इससे आपत्ति है तो ये उनकी दिक्कत है।
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