भोपाल। सीएम शिवराज सिंह जब मंच से भाषण देते हैं तो लगता है हम स्वर्ग के दरवाजे पर हैं, बस अगले 1 साल में मेरा गांव दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गांव होगा वो जहां खड़े होते हैं, उस जगह को स्मार्ट बनाने का ऐलान कर देते हैं। आपका जिला स्मार्ट जिला, शहर को स्मार्ट सिटी, गांव को स्मार्ट विलेज और स्कूल को स्मार्ट स्कूल बनाने की घोषणा करते हैं। परंतु आइए देखते हैं उस जिले का हाल जहां शिवराज सिंह बचपन से राजनीति करते आ रहे हैं। 12 साल से मुख्यमंत्री हैं। देखिए सीएम शिवराज सिंह ने अपने गृहजिले सीहोर के लिए क्या क्या किया। सीहोर को कितना स्मार्ट शहर और उसके स्कूलों का कितना स्मार्ट स्कूल बना पाए।
सीहोर जिले से 65 किमी दूर सिंहपुर पठार, नबलगाव टप्पर पर स्थित है एक सरकारी स्कूल। लगभग 06 वर्षों यह स्कूल इसी हालत में संचालित हो रहा है। आप इसे कच्चा भवन भी नहीं कह सकते। बस प्लास्टिक की छत डालकर टेंट सा तान दिया गया है। पत्रकार बिरादरी मेें से श्री नितिन ठाकुर इस स्कूल तक पहुंचे। 65, 65 छात्र-छात्राओं पर 2,2 शिक्षक हैं शिक्षक ने बताया स्कूल पहुंचने के लिए रोड भी नहीं है। टप्पर में बच्चों को बकरा-बकरी एवं मुर्गा-मुर्गियों के बीच बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। कभी वह अपनी किताबों में झाकते हैं तो कभी मुर्गा-मुर्गी भगाते नजर आते हैं ऐसे में नौनिहाल क्या पढ़ेंगे यह सोचने वाली बात है।
ग्राम के सरपंच जयनारायण बारेला द्वारा कई बार वरिष्ठ अधिकारियों, विशेष तोर पर जिला पंचायत सीईओ, विकास खंड शिक्षा अधिकारी और एसडीएम के साथ प्रदेश के मुखिया को अवगत कराया परंतु स्कूल का उद्धार नहीं किया गया। शायद यहां वोटबैंक नहीं है।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com