BHOPAL: अभी एसी वेटिंग रूम में ठहरने पर कोई शुल्क नहीं लगता हैं। परन्तु रेलवे आने वाले दिनों में भोपाल समेत मंडल के अन्य स्टेशनों के वेटिंग रूम में ठहरने वाले यात्रियों से प्रति घंटे 10 रुपए शुल्क वसूलने की तैयारी कर रहा है। हालांकि इस प्रस्तावित नई व्यवस्था पर राजधानी भोपाल के यात्री और रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्यों ने आपत्ति दर्ज कराई है। इनका कहना है कि रेलवे वेटिंग रूम में ठहरने वाले यात्रियों से शुल्क वसूलने की बजाए ट्रेनों को समय पर चलवाने की तरफ ध्यान दें। अभी यह व्यवस्था नई दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन स्टेशन में लागू होगी। इसके बाद इसे भोपाल रेल मंडल में लागू किया जाएगा।
ये होंगी नई व्यवस्था
यात्रियों को एसी वेटिंग रूम में ठहरने के बदले प्रति घंटे 10 रुपए शुल्क चुकाना होगा। शुरू के एक घंटे में कोई शुल्क नहीं लगेगा। इसके बाद शुल्क लगना शुरू होगा। यात्री के पास सामान्य वेटिंग रूम में बैठने का विकल्प भी होगा। भोपाल ही नहीं, किसी भी मंडल में यह व्यवस्था लागू कर रेलवे अपनी नाकामी छुपा रहा है, जो कि गलत है। ऐसा बिल्कुल नहीं होने देंगे। रेलवे को समय पर ट्रेनें चलवाने पर ध्यान देना चाहिए - पंकज चतुर्वेदी, पूर्व सदस्य रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति
छवि खराब करने वाला तरीका
ट्रेनें समय पर आकर चली जाएं और यात्री वेटिंग रूम में बैठे रहें, तब तो शुल्क वसूलना ठीक है। लेकिन ट्रेनें ही समय पर नहीं आती। ऐसे में शुल्क किस बात का। यह तो रेलवे की छवि खराब करने का तरीका होगा। कोई भी यात्री खुशी में वेटिंग रूम में समय नहीं बीतता - हरभजन शिवहरे, सदस्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड