उज्जैन। मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने के कारण तराना के विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ.अजय सालविया को संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। निलम्बन अवधि में डॉ.सालविया का मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय नियत किया गया है। विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी तराना का प्रभार डॉ.राकेशसिंह जाटव को सौंपा गया है।
उल्लेखनीय है कि डॉ.अजय सालविया द्वारा मुख्यमंत्री संबल योजना के अन्तर्गत श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता के तहत दिये गये लक्ष्य 787 में से 389 हितग्राहियों को ही एनएचएम पोर्टल पर दर्ज किया गया था। कलेक्टर श्री मनीष सिंह द्वारा विभिन्न बैठकों में भी डॉ.सालविया को कार्य में सुधार की समझाईश दी गई थी, किन्तु इसके बाद भी उन्होंने संतोषजनक कार्य नहीं किया। कलेक्टर द्वारा जारी किये गये कारण बताओ सूचना-पत्र में भी उनका उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया, इसलिये संभागायुक्त द्वारा निलम्बन की कार्यवाही की गई।
सीएम हेल्पलाइन: 2 तसहलदारों को कारण बताओ नोटिस
मुरैना। मुख्यमंत्री सीएम हैल्प लाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का निराकरण नहीं करने, शिकायतों को एल-4 स्तर पर पहुंच जाने, शिकायतों के निराकरण के लिए दूरभाष पर निर्देश देने के उपरान्त भी शिकायतों के निराकरण में कोई रूचि नहीं लेने के आरोप में लहार जिला भिण्ड के तहसीलदार लक्षमण प्रसाद पटेल, भिण्ड प्रभारी तहसीलदार प्रमोद गर्ग को कारण बताओं नोटिस जारी करके 7 दिवस के अन्दर जवाव मांगा है। यह कार्यवाही चम्बल संभाग के कमिश्नर डा. एम के अग्रवाल द्वारा की गई है।
कमिश्नर ने बताया कि प्रभारी तहसीलदार प्रमोद गर्ग के पास 39 शिकायतें अनावश्यक रूप से एल-4, स्तर पर लम्बित है। जबकि शिकायतों का निराकरण एल-1 स्तर पर प्रभारी तहसीलदार प्रमोद गर्ग को ही करना था। इसी प्रकार भिण्ड तहसीलदार लक्ष्मण प्रसाद पटेल द्वारा 18 शिकायतों का निराकरण नहीं करने पर शिकायत एल-4 स्तर पर लम्बित है। इन शिकायतों का निराकरण एल-1 अधिकारी के रूप में तहसीलदार लक्ष्मण प्रसाद पटेल को ही करना था।
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