![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgcaGeciIPnbI42qeYG5bQAxpw3XIlRgjMC5MP1T1Etr5aPTkW3dQ21nevAr4Ofk1wV5TOpG8jPvKwy1fsDj0g25iGe4fGnLvdWnTaljaGmAaMZX9TIVn8wa57uM3NcMO2l5VoWb47Nu8Ih/s1600/1.png)
लिंडसे ने बताया, वह इतनी जोर से चिल्ला रहा था कि उसके शब्द समझ में नहीं आ रहे थे। उसने कहा, क्लो पानी के अंदर..तब लिंडसे तेजी से लॉन्ड्री रूम की तरफ भागी। वहां उन्होंने अपनी तीन साल की बच्ची को मशीन के भीतर फंसा पाया। वॉशिंग मशीन में तेजी से पानी भर रहा था और वह लॉक हो गई थी। वे क्लो को चिल्लाते हुए देख पा रहे थे लेकिन मशीन के शोर के आवाज में उसकी आवाज दब जा रही थी।
लिंडसे ने बहुत कोशिश के बाद मशीन का दरवाजा अनलॉक किया और अपनी बेटी को बाहर निकाला। जैसे ही वह बाहर निकली, उसने कहा- हम फिर से ऐसा नहीं करेंगे। क्लो के कपड़े गीले हो चुके थे और उसके सिर पर चोटें आ गई थीं। हालांकि उसे बहुत गंभीर चोटें नहीं आई थीं। बच्ची के मां-बाप के मन में बस एक ही सवाल गूंज रहा था कि अगर कुछ हो जाता तो...। तब उन्होंने सभी पैरेंट्स को सलाह दी है कि अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें वॉशिंग मशीन में चाइल्ड लॉक जरूर लगाना चाहिए।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com