नई दिल्ली। यदि ईरान के ब्रिगेडियर जनरल और सिविल डिफेंस ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख घोलम रजा जलाली के बयान पर भरोसा करें तो इजरायल ने उनके देश ईरान के हिस्से में आए बादल और बर्फ चुरा लिए हैं। उन्होंने दावा किया है कि इजरायल, उनके देश ईरान के मौसम से छेड़छाड़ कर रहा है, यही कारण है कि ईरान में बारिश नहीं हो रही है। जलाली का कहना है कि ईरान में हो रहा जलवायु परिवर्तन शक के घेरे में है। इसमें विदेशी हस्तक्षेप अहम रोल निभा रहा है। इजरायल और एक अन्य देश इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि ईरान पर बादल तो छाएं लेकिन बारिश न करें। शुक्र है पाकिस्तान ने इस तरह के आरोप अब तक भारत पर नहीं लगाए।
जलाली ने कहा कि हम बादल और बर्फ की चोरी से जूझ रहे हैं। अफगानिस्तान और भूमध्य सागर के बीच का 2200 मीटर का पहाड़ी हिस्सा बर्फ से ढंका होता है लेकिन ऐसा ईरान में नहीं है। हालांकि ये पहला मामला नहीं है कि जब ईरान में किसी अफसर ने अन्य देश पर बारिश चोरी का आरोप लगाया हो। 2011 में पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने कहा था कि पश्चिमी देशों के चलते ईरान में सूखा पड़ा हुआ है। यूरोपीय देश एक खास तरह के उपकरण का इस्तेमाल करके बादलों को कैद कर लेते हैं।
मौसम विभाग ने जताई असहमति:
ईरान के मौसम विभाग के प्रमुख अहद वजीफे ने कहा कि जनरल जलाली ने क्या कहा, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। मौसम को लेकर जितनी मेरी जानकारी है, उसके मुताबिक कोई भी देश बादल या बर्फ की चोरी नहीं कर सकता। ईरान लंबे वक्त से सूखे से जूझ रहा है। ये एक वैश्विक समस्या है। इसे केवल ईरान पर ही लागू नहीं किया जा सकता। इस तरह के सवाल उठाना हमारी समस्या को हल नहीं कर सकता। हम समाधान निकालने में जुटे हुए हैं।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com