नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश में पिछले एक साल के दौरान एक करोड़ से ज्यादा रोजगार पैदा हुए हैं। लाेगों को नौकरियां नहीं मिलने संबंधी विपक्ष का दुष्प्रचार अब बंद होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह बात न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कही।
कैसे कहा जा सकता है कि नई नौकरियां नहीं आ रहीं
मोदी ने कहा कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बहस में इस पर विस्तार से बता चुका हूं। संक्षेप में कहें तो जब अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और भारत दुनिया की तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शुमार है तो नौकरियां क्यों नहीं बढ़ेंगी? जब सड़क बनाने, रेल की पटरियां बिछाने और बिजली उत्पादन में निवेश सर्वोच्च स्तर पर है तो नई नौकरियां कैसे नहीं आएंगी? इसी तरह व्यावसायिक और यात्री वाहनों की बिक्री उल्लेखनीय वृद्धि हुई है तो इसका मतलब ये नहीं है कि जॉब बढ़ रहे हैं? जब विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) सबसे ज्यादा है तो कैसे कहा जा सकता है कि नई नौकरियां नहीं आ रहीं। 2014 में मोबाइल मैन्यूफेक्चरिंग की केवल दो कंपनियां थीं जो अब बढ़कर 120 हो गई हैं। क्या इससे नौकरियां नहीं आ रहीं?
हर लोन रोजगार के नए मौके नहीं लाता?
पीएम मोदी ने कहा आज भारत स्टार्ट-अप का हब बन चुका है। क्या इससे नौकरियां नहीं आ रहीं? पर्यटन भी जॉब पैदा करता है। पिछले साल भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या में 14% का इजाफा हुआ। घरेलू पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। क्या इससे लोगों को नौकरियां नहीं मिलीं? मैं पहले ही कह चुका हूं कि पहली बार व्यवसाय शुरू कर रहे लोगों को 3.5 करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन दिया गया। क्या हर लोन रोजगार के नए मौके नहीं लाता? पिछले साल ही एक करोड़ से ज्यादा नौकरियां आईं।
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