भोपाल। क्या कोई ऐसा कारोबार हो सकता है जिसमें आपको कतई पूंजी ना लगाना पड़े और मात्र 13 साल में आप 18 करोड़ रुपए कमा लें। मजेदार बात यह है कि इस धंधे में घाटे की 1 प्रतिशत भी संभावना नहीं है। यदि लोकायुक्त के दावे को सही मानें तो मध्यप्रदेश में राजस्व विभाग के एक पटवारी जाकिर हुसैन ने यह कर दिखाया है। उसने 13 साल की नौकरी में 18 करोड़ रुपए कमाए यानि प्रतिवर्ष 1 करोड़ रुपए से ज्यादा। अब यह पता लगाया जा रहा है कि यह कमाई भ्रष्टाचार से की गई है या किसी और माध्यम से जाकिर हुसैन ने इतनी संपत्ति जुटा ली। छापामार कार्रवाई के बाद लोकायुक्त ने संपत्ति की लिस्ट इंदौर की मीडिया के साथ शेयर की है।
इंदौर की लोकायुक्त पुलिस की एक छापामार कार्रवाई में पटवारी जाकिर हुसैन के श्रीनगर स्थित घर और श्रीनगर एक्सटेंशन निवासी उसके मामा के घर सहित 6 ठिकानों से जो संपत्ति के दस्तावेजों मिले वो चौंकाने वाले हैं। पटवारी ने हाथ खर्च के लिए 5 लाख रुपए नगद रख रखे थे। अवैध कमाई से मामा के नाम पर ज्यादातर संपत्ति खरीद रखी थी। जाकिर हुसैन ने 2005 में नौकरी ज्वॉइन की थी, और 2018 में वह 17 से 18 करोड़ रुपए का मालिक बन गया।
लोकायुक्त एसपी दिलीप सोनी के मार्गदर्शन में डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया ने टीम के साथ अलसुबह पटवारी के ठिकानों पर दबिश दी। टीम ने दस्तक दी तो पिता ने दरवाजा खोला और पटवारी को बाहर बुलाया। जैसे ही पटवारी को टीम ने अपना परिचय दिया, उसके होश उड़ गए। इसके बाद टीम ने उसके निवास और अहिल्या अपार्टमेंट में उसके मामा सादिक अंसारी के फ्लैट में तलाशी शुरू की। लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक छापे में पटवारी के मामू सादिक के नाम पर नायता मूंडला बायपास स्थित सिल्वर स्प्रिंग टाउनशिप तीन हजार वर्ग फीट का तीन मंजिला मकान, शाजापुर के ग्राम बोलिया में 60 बीघा जमीन, शाजापुर में ही एक दुकान, 18 सौ वर्गफीट का प्लाॅट, नकद, जेवर के साथ ही खजराना इंदौर, उज्जैन आदि स्थानों पर मकान व जमीन मिली। पटवारी की सारी संपत्ति उसके मामा सादिक के नाम पर है। टीम ने खजराना स्थित मकान, रेडियो काॅलोनी के मकान और शाजापुर के ठिकाने पर भी दबिश दी। टीम को पता चला कि पटवारी के हाउसिंग बोर्ड के शाॅपिंग काॅम्प्लेक्स और बंगाली चौराहे पर दो ऑफिस हैं, जिसे टीम ने सील कर दिया है।
ये संपत्तियां मिलीं
नायता मूंडला बायपास स्थित सिल्वर स्प्रिंग टाउनशिप में तीन हजार वर्गफीट का तीन मंजिला मकान।
नेमावर रोड पर धूलियां गांव के पास दो बीघा जमीन।
शाजापुर में 80 बीघा जमीन, शाजापुर में ही एक दुकान, 18 सौ वर्गफीट का प्लाट।
उज्जैन की पदमावती टाऊनशिप में 18 सौ वर्गफीट का प्लाट।
खजराना इंदौर में 520 वर्गफीट का मकान।
पटवारी जाकिर के घर से मिले ढाई लाख रुपए नकद, उसके मामू सादिक के यहां मिले एक लाख 58 हजार रुपए नकद।
पटवारी के पिता के नाम पर एक आर्टिका व एक सेंट्रो कार। उसके मामू सादिक के पास भी टाटा त्यागो व बोलेरो कुल दो कारें।