भोपाल। मध्यप्रदेश के 5 जिलों में सामान्य से ज्यादा वर्षा हो चुकी है। कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। रतलाम में बांध के दर्जनों दरवाजे आपातकाल की स्थिति में खोल दिए गए लेकिन छिंदवाड़ा, सागर, पन्ना, डिण्डोरी, छतरपुर, अनूपपुर, सतना, बैतूल और बालाघाट ऐसे जिले हैं जहां के लोग आज भी बादलों का इंतजार कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसून में एक जून से 23 अगस्त तक 5 जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश के 37 जिलों में सामान्य वर्षा दर्ज हुई है। कम वर्षा वाले जिलों की संख्या 9 है। सर्वाधिक वर्षा 899.3 मिलीमीटर उमरिया में और सबसे कम 456 मिलीमीटर अलीराजपुर में दर्ज की गई है।
सामान्य वर्षा वाले जिले
दतिया, रतलाम, मंदसौर, उमरिया, झाबुआ, सिंगरौली, खरगोन, मुरैना, सीधी, इंदौर, रायसेन, उज्जैन, सीहोर, शिवपुरी, टीकमगढ़, आगर-मालवा, जबलपुर, शाजापुर, भोपाल, गुना, कटनी, विदिशा, श्योपुरकलां, धार, दमोह, हरदा, होशंगाबाद, मण्डला, नरसिंहपुर, राजगढ़, ग्वालियर, अशोकनगर, शहडोल, देवास, सिवनी, रीवा और अलीराजपुर हैं।
सामान्य से अधिक वर्षा वाले जिले
नीमच, भिण्ड, खण्डवा, बुरहानपुर और बड़वानी हैं।
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