छतरपुर। यदि परिवार में एक बेटा बीमार हो तो सारा परिवार उसकी देखभाल करता है परंतु यहां उल्टा ही हुआ। लकवा पीड़ित युवक के पिता और भाई ने मौके का फायदा उठाया और उसकी पत्नी का बलात्कार करना शुरू कर दिया। सालों तक यह सिलसिला चला। महिला इसलिए कोई आवाज नहीं उठा पाई, क्योंकि उसका पति लकवा पीड़ित था। उसे मदद की जरूरत थी लेकिन जब यौन प्रताड़नाएं बर्दाश्त के बाहर हो गईं तो महिला मायके चली गई और वहां जाकर पुलिस से मदद मांगी।
7-8 साल तक हर रात होता था बलात्कार
पीड़िता ने बताया कि मेरे पति लकवाग्रस्त हैं। शादी के बाद से ही ससुर की नियत खराब होने लगी थी। मैंने यह बात अपनी सास को बतायी तो उसने उल्टा मुझ पर ही आरोप लगा दिया। जिसके बाद में चुप रही। मेरे ससुर और देवर मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे लेकिन परिवार की इज्जत के डर में चुप रही, लेकिन 7-8 साल बीत जाने के बाद भी यही सब चलता रहा।
2 बच्चे हैं, दोनों ससुर और देवर के
पीड़िता ने बताया कि मेरा देवर अपने रिश्तोंदारों के साथ भी संबंध बनाने का दबाव डालता था। नहीं मामने पर मेरे साथ जबरदस्ती की जाती थी। मुझे जान से मारने और दहेज मांगने की धमकी दी जाती थी लेकिन एक दिन मौका पाकर में वहां से अपने मायके भाग गयी। पीड़िता ने बताया उसके दो बच्चे हैं जो उसके ससुर और देवर के हैं।
मामला बेहद गंभीर है, हम कोई गलती नहीं करेंगे: एसपी
महिला ने पुलिस में शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद अब महिला ने एसपी विनीत खन्ना से गुहार लगाई है। इस पूरे मामले में एसपी का कहना है कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है पुलिस दोनों पक्षों को सुन रही है। मामला बेहद गंभीर है। हम नहीं चाहते कि किसी भी प्रकार की कोई गलती हो। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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