भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में फर्जी प्लॉट बेचे जाने का मामला सामने आया है। एक रैकेट जाटखेड़ी क्षेत्र में सस्ती दरों पर प्लॉट बेचने का लालच देकर लोगों को फंसा रहा था। संदेह होने पर एक ग्राहक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर रैकेट के 2 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया जबकि गिरोह का सरगना फरार हो गया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है।
एमपी नगर पुलिस ने बताया कि सारणी, बैतूल निवासी 28 वर्षीय गुलशन पवार रेत कारोबारी हैं। उनका दफ्तर बोर्ड ऑफिस के पास है। टीआई उपेंद्र भाटी के मुताबिक गुलशन को होशंगाबाद रोड पर प्लॉट लेना था। एक परिचित के जरिए वे प्रॉपर्टी डीलर हरीश बाथम से मिले। हरीश ने जाटखेड़ी स्थित एक प्लॉट 1200 प्रति वर्गफीट की कीमत से दिखाया। जबकि इस इलाके में प्लॉट की कीमत इससे कहीं ज्यादा है। हरीश बोला कि रजिस्ट्री तभी कराएंगे, जब एक लाख एडवांस दोगे। गुलशन ने शर्त रखी कि एडवांस तभी दूंगा, जब ओरिजनल रजिस्ट्री दिखाकर प्लॉट मालिक से मिलवाओगे।
फर्जी मालिक को किया पेश
टीआई ने बताया कि उक्त प्लॉट चंदन सक्सेना के नाम से रजिस्टर्ड है। शर्त के कारण हरीश ने अपने साथी दर्शन के साथ मिलकर एक परिचित आसिफ खान को चंदन बताकर गुलशन के सामने पेश कर दिया। प्लॉट की कम कीमत सुनकर ही गुलशन को शक हो गया था। हरीश ने जब ओरिजनल रजिस्ट्री बताकर फोटो कॉपी दिखाई तो उनका शक और बढ़ गया। आसिफ ने हाथ मिलाते हुए गुलशन से कहा हैलो, मैं ही चंदन हूं, वो मेरा प्लॉट है। ये सुनते ही गुलशन दफ्तर से बाहर आए और डायल 100 को कॉल कर बुला लिया।
पुलिस को देखते ही सरगना फरार
हरीश फोन पर बात करते हुए गुलशन के दफ्तर से बाहर निकला। तभी उसकी नजर एमपी नगर पुलिस की एफआरवी पर पड़ी और वह भाग निकला। पुलिस दर्शन और आसिफ को पकड़कर थाने ले आई। पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर दर्शन और आसिफ को गिरफ्तार कर लिया। दर्शन कैटरिंग का काम करता है, जबकि आसिफ ने खुद को फायनेंस कंपनी का कर्मचारी बताया है।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com