भोपाल। सीएम शिवराज सिंह ने विशेष शक्तियों का प्रयोग करके मप्र में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी बंगले तो बचा लिए थे परंतु दिग्विजय सिंह से उनका बंगला खाली करा लिया गया। बता दें कि हाईकोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सभी सरकारी सुविधाएं बंद करने का आदेश दिया था। मप्र में इस आदेश का पालन तो हुआ परंतु सिर्फ कागजों में। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, उमा भारती एवं बाबूलाल गौर अब भी उन्हीं बंगलों में हैं, जिनमें वो पहले थे।
सीएम शिवराज सिंह ने कैलाश जोशी, उमा भारती एवं बाबूलाल गौर को समाजसेवी श्रेणी में माना और वही बंगले आवंटित कर दिए जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से उनका कब्जा था। इधर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा से इस आदेश के पहले ही बंगला खाली करवा लिया गया था। अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से भी उनका बंगला खाली करवा लिया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार से आग्रह किया था कि वो राजनीति में सक्रिय हैं एवं उन्हे उनके आॅफिस के लिए यह बंगला आवंटित कर दिया जाए परंतु दिग्विजय सिंह का विरोध करके सत्ता में आई भाजपा सरकार उन्हे किसी तरह की रियायत देने के मूड में नहीं है। सीएम शिवराज सिंह ने उनके प्रस्ताव पर विचार तक नहीं किया।
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